दोस्त दोस्त न रहा...व्यापार में हुआ घाटा तो पूरा करने के लिए दोस्त को ही लूटा


दोस्त दोस्त न रहा...व्यापार में हुआ घाटा तो पूरा करने के लिए दोस्त को ही लूटा
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व्यापार में घाटे के चलते एक शख्स ने अपने हो दोस्त को लूट लिया। दोस्त ने सुपारी देकर दोस्त के 45 लाख के सोने के गहने लुटवा दिए। लेकिन पुलिस जांच में इस राज का पर्दाफश हो गया और दोस्त की हकीकत सामने आ गयी। मामला मुंबई से सटे वसई इलाके का है।

क्या था मामला?

मिली जानकारी के मुताबिक 29 सितंबर को 5:45 पर वसई स्टेशन पर भावनगर काकीनाडा एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 6 पर खड़ी थी। इस ट्रेन में कुंदन पुखराज वैष्णव (38) नामका सोने का व्यापारी जैसे ही गाड़ी में चढ़ा, इसी दौरान दरवाजे के पास खड़े तीन अज्ञात व्यक्तियों ने उससे उसका बैग लेकर फरार हो गए। बैग में लगभग 45 लाख रुपए कीमत के सोने-चांदी के गहने थे। कुंदन ने इसकी शिकायत वसई रोड रेलवे पुलिस में की। मामला बड़ा होने के कारण पुलिस ने तत्काल घटना की जांच शुरू कर दी।

पुलिस ने सबसे पहले स्टेशन में लगे सीसीटीवी को खंगालना शुरू किया। सीसीटीवी में पुलिस को एक व्यक्ति संदिग्ध रूप से दिखाई दिया। पुलिस ने अपने मुखबिरों की सहायता से संदिग्ध तौकीर खान 23 को उसके घर से गिरफ्तार किया, खान से पूछताछ के बाद लूट की गुत्थी सुलझ गई। पुलिस ने एक एक कर सारे आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस लूट का मास्टरमाइंड निकला हरीश देवराज रावल। जो कि कुंदन का ही मित्र था. पुलिस ने लूट का माल भी बरामद किया।

पुलिस ने बताया कि हरीश रावल को व्यापार में घाटा होने के कारण ही उसने अन्य आरोपियों के साथ लूट की साजिश रची। हरीश को पता था कि लाखों के जेवर लेकर कुंदन हैदराबाद जाने वाला है। उसने कुंदन को लूटने की साजिश बनाई और 3 लोगों को उसकी सुपारी दे दी।

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