बांद्रा में जुटी भीड़ पर उद्धव सरकार सख्त, हुआ केस दर्ज

बता दें कि गांव जाने वाली ट्रेन शुरू होने की अफवाह के बाद बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर हजारों की संख्या में मजदुर इकट्ठा हो गए थे, और गांव जाने की मांग करने लगे।

बांद्रा में जुटी भीड़ पर उद्धव सरकार सख्त, हुआ केस दर्ज
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 मंगलवार को मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर अचानक जुटी हजारों अप्रवासी माजदूरों पर उद्धव सरकार सख्त हो गयी है। बताया जाता है कि लॉकडाउन नियम को तोड़ने को लेकर इन मजदूरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बता दें कि गांव जाने वाली ट्रेन शुरू होने की अफवाह के बाद बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर हजारों की संख्या में मजदुर इकट्ठा हो गए थे, और गांव जाने की मांग करने लगे।

अमित शाह ने उद्धव ठाकरे को या फोन

सूत्रों के अनुसार, लॉकडाउन के बावजूद जुटी इस भीड़ को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। और कहा कि, इस तरह की घटनाएं कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में भारत को कमजोर बनाती हैं। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सजग रहना जरूरी है। इन्होंने राज्य सरकार को कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तरह से सहयोग का आश्वासन दिया।

बांद्रा वाली घटना को लेकर उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया के माध्यम से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, हम उन सभी श्रमिकों का ध्यान रख रहे हैं जो महाराष्ट्र में फंसे हुए हैं। इसलिए लोग चिंता न करें।  जिस तरह से प्रशासन दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की देखभाल कर रहा है।  इसी तरह हम महाराष्ट्र में फंसे मजदूरों की देखभाल कर रहे हैं।   साथ ही उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा, कृपया इसमें किसी को राजनीति नहीं करनी चाहिए।  इन गरीबों की भावनाओं के साथ मत खेलो।

अफवाह फैलने को लेकर उन्होंने कहा, किसी ने यह अफवाह फैला दी थी कि, लंबी दूरी की ट्रेनों को चालू किया जा रहा है।बइस अफवाह के कारण सभी लोग वहां एकत्रित हो गए।  

उद्धव ने असामाजिक तत्वों को चेताते हुए कहा, कोई भी आग लगाने की कोशिश न करें, हमारे पास आग बुझाने के यंत्र हैं।  उन्होंने चेतावनी भी दी कि हम ऐसा करने वालों को नहीं छोड़ेंगे।

इसके पहले बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में कहा कि, बांद्रा में सड़कों पर उतरना हजारों मजदूरों के लिए बहुत गंभीर घटना है।  यह तस्वीर परेशान करने वाली है।  राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह राज्य में मजदूरों की व्यवस्था करे, उन्हें उचित भोजन, सुविधाएं प्रदान करे।

उन्होंने आगे कहा, ऐसी स्थिति में भी यह और भी दुर्भाग्यपूर्ण है अगर आपकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की आलोचना करने से भागना है। फड़नवीस ने कहा कि कोरोना के खिलाफ उनकी लड़ाई राजनीतिक नहीं है।

आपको बता दें कि बांद्रा में जुटी भीड़ को लेकर आदित्य ठाकरे ने केंद्र पर ठीकरा फोड़ा था।

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