एक हजार से अधिक लोगों का ऑपरेशन करने वाला फर्जी डॉक्टर हुआ गिरफ्तार

एक फर्जी डॉक्टर ने बिना किसी डिग्री के करीब 1000 से अधिक बवासीर से पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन किया। इस डॉक्टर ने मुंबई के पॉश इलाके दादर में अपना क्लीनिक खोला हुआ था।

एक हजार से अधिक लोगों का ऑपरेशन करने वाला फर्जी डॉक्टर हुआ गिरफ्तार
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मुंबई (Mumbai) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसके अनुसार, एक फर्जी डॉक्टर (fake doctor) ने बिना किसी डिग्री के करीब 1000 से अधिक बवासीर (piles) से पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन किया। इस डॉक्टर ने मुंबई के पॉश इलाके दादर (dadar) में अपना क्लीनिक खोला हुआ था। हालांकि, एक टैक्सी ड्राइवर (taxi driver) का उसने ऑपरेशन किया था, लेकिन ऑपरेशन सफल न होने और पैसा ले लेने से नाराज ड्राइवर ने पुलिस में इस फर्जी डॉक्टर की शिकायत की। जिसके बाद इसकी करतूत सामने आई। इस मामले में माटुंगा पुलिस ने डॉ. मुकेश कोटा को गिरफ्तार कर लिया गया है।

आख़िर मामला क्या था?

मिली जानकारी के अनुसार गोरेगांव में रहने वाला एक टैक्सी ड्राइवर बवासीर से पीड़ित था। इलाज के लिए डॉक्टर की तलाश करते हुए अन्य टैक्सी चालकों ने पीड़ित से दादर के गोपालराव पाइल्स सेंटर से संपर्क करने की सलाह दी। साथ ही इस टैक्सी चालक ने इस सेंटर के मुंबई में कई विज्ञापन भी देखें जिसमें बिना ऑपरेशन के बवासीर करने का दावा किया गया था।

टैक्सी चालक 20 फरवरी को पत्नी के साथ क्लिनिक पहुंचा।  जहां डॉक्टर मुकेश कोटा ने उसे अगले दिन आने के लिए कहा। अगले दिन क्लिनिक जाने के बाद कोटा ने पीड़ित से मामूली सर्जरी करने को कहा जिसके लिए पीड़ित तैयार हो गया। कुछ समय बाद पीड़ित की सर्जरी पूरी हो गयी और वह डॉक्टर के यहां 25,000 रुपये जमा कर दिया।

वह अपनी पत्नी के साथ टैक्सी में घर जाने लगा तो ऑपरेशन वाली जगह से उसे रक्तस्राव होने लगा। काफी अधिक मात्रा में रक्तस्राव होने के कारण पीड़ित बेहोश हो गया। साथ ही टैक्सी की सीट भी खून से सन गयी। पीड़ित की पत्नी उसे तत्काल kem हॉस्पिटल लेकर पहुंची।

वहां प्राथमिक उपचार के बाद रक्तस्राव बंद हो गया। लेकिन ऑपरेशन के कारण पीड़ित का मलत्याग पर से नियंत्रण खो गया। पीड़ित का मल उसकी पैंट में कब आ जाता उसे पता ही नहीं चलता। पीड़ित पैंट के नीचे डायपर पहनने लगा।

यह देख टैक्सी चालक ने माटुंगा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। टैक्सी चालक ने शिकायत में कहा कि वह अपना गुजारा नहीं कर पा रहा है क्योंकि असफल सर्जरी के कारण वह गाड़ी भी नहीं चला सकता।

इस शिकायत के बाद पुलिस ने कोटा को गिरफ्तार कर पूछताछ की और बताया कि उसने पिछले 3 साल में करीब 1000 सर्जरी की हैं। शिकायत के बाद पुलिस ने सर्जरी से जुड़े दस्तावेज और डॉ. कोटा की डिग्री महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल के साथ ही जे.जे अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक के पास भेजी, जहां से दस्तावेज और डिग्री सभी के नकली होने की जानकारी पुलिस को मिली।

पुलिस ने डॉक्टर को गिरफ्तार करके उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

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