26/11 के आतंकवादी हमलों के बाद, सीसीटीवी कैमरों के लिए एक परियोजना बनाने में लगभग आठ साल लगे। सीसीटीवी योजना को छोड़कर सरकार या सुरक्षा प्रणाली द्वारा कोई अन्य परियोजना लागू नहीं की गई है। सरकार के इस रवैये के बाद अब ये सवाल भी खड़ा होता है की क्या सरकार मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद मुंबई की सुरक्षा को लेकर गंभीर है?
सीसीटीवी नेटवर्क स्थापित करने की योजना
वित्तीय राजधानी यानी की मुंबई की सुरक्षा के लिए 17 सुरक्षा यंत्रणा संचालित हैं। बावजूद इसके 26 नवंबर 2008 को 10आतंकवादियों मे मुंबई में समुंद्र के रास्तें आतंकी हमला किया और 34 विदेशी नागरिकों सहीत 1 97 नागरिकों की जान ले ली, इस आतंकी हमले में , 800 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हमले के बाद, सरकार ने तुरंत शहर में सीसीटीवी नेटवर्क स्थापित करने की योजना बनाई। हालांकि, सरकार की उदासीनता के कारण, इस योजना में आने के लिए आठ साल लगे।
इसके अलावा, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आज तक सुरक्षा एजेंसियों द्वारा मुंबई की सुरक्षा के लिए कोई अन्य परियोजना लागू नहीं की गई है। मुंबई में अगल आज के समय भी ऐसा कोई आतंकी हमला हो जाता है तो सुरक्षा तंत्र समय पर नहीं पहुंच सकते। शहर में बढ़ती भीड़, फेरीवालों के कारण कई सड़के सकरी हो गई है। अनधिकृत निर्माण के कारण शहर में कई इलाक काफी सकरे हो गये है। सरकार को तुरंत इन सभी पर कार्रवाई करनी चाहिये।
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