जालसाजी करके एक भाजीवाला बन गया करोड़पति, अब खा रहा जेल की हवा


जालसाजी करके एक भाजीवाला बन गया करोड़पति, अब खा रहा जेल की हवा
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पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसमें अब तक 80 से अधिकलोगों को सस्ते घर का सपना दिखा कर उनसे पैसे लिए। लेकिन इसने न तो किसी को घर दिया और न ही पैसा। चौंकाने वाली बात यह है कि इसकी जालसाजी की लिस्ट में बड़े पुलिस अधिकारी सहित कई हिंदी और मराठी फिल्मों के अभिनेता और अभिनेत्री तक भी शामिल हैं। इसके ऊपर मुंबई सहित नवी मुंबई के पुलिस स्टेशनों में भी कई मामले दर्ज हैं। 52 वर्षीय इस आरोपी का नाम अविनाश सुरेश रासकर है।

अविनाश के पिताजी भायखला में सब्जी बेचने का काम करते थे। शुरू में यही काम अविनाश भी करने लगा, लेकिन अविनाश के अंदर छुपे ठग ने उसे मेहनत और ईमानदारी की जिंदगी जीने नहीं दिया और पैसों की लालच के चलते वह जालसाजी करने लगा।

सस्ते घर का देता था लालच 
मूल रूप से पुणे के जुन्नर इलाके का रहने वाला अविनाश ने सब्जी बेचना छोड़ रियल इस्टेट का काम करने लगा। 2004 में अविनाश ने डेवलपर्स का काम करना शुरू कर दिया। 2006 में अविनाश ने पहली बार पुनर्वसन योजना के काम की शुरुआत भायखला में शुरू की। अपने पहले ही प्रोजेक्ट में अविनाश ने स्थानीय पूर्व नगरसेवक सत्यवान जावकर सहित  कुल 100 लोगों को फंसाया। अविनाश ने सभी को मार्केट रेट से आधी कीमत में घर देने का वादा किया था।


पुलिस अधिकारीयों को भी नहीं छोड़ा 

इतना है नहीं अविनाश ने सिडको के अंतर्गत आने वाले कुछ भूभाग पर डेवलपमेंट करने का झांसा लोगों को दिया और वहां रह रहे लोगों से भी पैसे ऐंठे। सभी को उसने यह लालच दिया कि वह इस जमीन पर घर बनाएगा और लोगों को मार्किट रेट से कम कीमत में घर देगा। यही लालच देकर अविनाश ने कई बड़े पुलिस अधिकारीयों से लेकर हवलदार तक से करोड़ो रूपये वसूल कर लिए।  


गैंगस्टर के भाई के साथ अच्छे संबंध 
हाल ही में, अग्रीपाड़ा पुलिस ने एक चेक बाउंस के केस में सबसे पहले अविनाश को मुलुंड के सिंधी कॉलोनी से गिरफ्तार किया था। देनदारियों से बचने के लिए वह मुलुंड में छुप कर रहता था। यह भी बताया जाता है कि एक गैंगस्टर के भाई से उसके अच्छे संबंध हैं।
कुछ दिन पहले अविनाश ने मोरया डेवलपर्स के नाम से कंस्ट्रक्शनका कार्य करने वाली एक कंपनी खोली और कंस्ट्रक्शन का काम करने लगा। इसके बाद अविनाश के नाम से शिवाजी पार्क, शिवड़ी, आरए किदवई, आग्रीपाड़ा सहित अन्य इलाकों से भी उसके जालसाजी की शिकायतें सामने आने लगीं।

कई हीरो और हीरोइनों को भी फंसाया 
शिवाजी पार्क में अविनाश ने अपना ऑफिस बनाया हुआ था, जिससे उसके कई राजनीतिक नेताओं से अच्छे संबंध थे। इसी पहचान के चलते उसने हिंदी और मराठी फिल्मों में काम करने वाले कई हीरो और हीरोइनों को घर का सपना दिखाया और उनसे भी पैसे लिए। 


और भी हैं पीड़ित 

लेकिन जैसे ही अविनाश की गिरफ्तारी हुई वैसे वैसे एक एक कर सारे पीड़ित बहार आने लगे। यह देख पुलिस भी हैरान है। पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इस समय अविनाश कामोठे पुलिस की गिरफ्त में है और उसे चार दिन की पुलिस कस्टडी में रखा गया है।

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