तो क्या मेहुल चौकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स बिक जाएगी

कंपनी के रिजॉल्यूशन प्रफेशनल विजय कुमार गर्ग ने स्टॉक एक्सचेंजों को इस बाबत बताया कि, सीओसी ने लोन रिजॉल्यूशन के लिए समयसीमा बढ़ाने से अब मना कर दिया है, इसलिए कंपनी को लेक्विडेट (बेचा) किया जाएगा।

तो क्या मेहुल चौकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स बिक जाएगी
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पीएनबी घोटाले में देश छोड़ कर विदेश भागने वाले हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स बिक सकती है। जिन बैंकों ने गीतांजलि को लोन दिया था उन बैंकों में से अधिकतर बैंकों ने समाधान प्रक्रिया पूरा करने की 180 दिनों की समयसीमा को बढ़ाने से मना कर दिया है। अब सभी बैंकों ने कंपनी को लेक्विडेटेशन यानी बेचने का निर्णय लिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गीतांजलि जेम्स को कर्ज देने वाले बैंकों की समिति ने 28 मार्च को हुई मीटिंग में 54.14 प्रतिशत वोटिंग के साथ समाधान प्रक्रिया की अवधि बढ़ाने से मना कर दिया। इसके पहले यह अवधि छह महीने के लिए थी जो 6 अप्रैल को समाप्त हो गयी थी।

रिपोर्ट्स में आगे कहा गया है कि कंपनी के रिजॉल्यूशन प्रफेशनल विजय कुमार गर्ग ने स्टॉक एक्सचेंजों को इस बाबत बताया कि, सीओसी ने लोन रिजॉल्यूशन के लिए समयसीमा बढ़ाने से अब मना कर दिया है, इसलिए कंपनी को लेक्विडेट (बेचा) किया जाएगा।

आपको बता दें कि गीतांजलि पर विभिन्न बैंकों के 12,558 करोड़ रुपये बकाया है। अक्टूबर 2018 में नैशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एनसीएलटी) की मुंबई ब्रांच ने कंपनी के खिलाफ आईसीआईसीआई बैंक की 890 करोड़ के कर्ज चुकाने की याचिका स्वीकार की थी।

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