‘फिर हेरा फेरी’ और ‘वेलकम’ जैसी फिल्मों के निर्माता फिरोज़ नाडियाडवाला को तीन महीने की जेल हो गई। मुंबई के अपर मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने मशहूर फिल्म निर्माता फिरोज नाडियाडवाला को तीन महीने के कठोर कारावास की सजा सुनाई। उन्हें ये सज़ा 8.56 लाख रुपए के टीडीएस बकाया मामले में मिली है। वर्ष 2009-10 के लिए टीडीएस (स्रोत पर आयकर कटौती) के रूप में 8.56 लाख रुपए अदा करने में देरी के लिए सुनाई गई।
2014 में एक इनकम टैक्स ऑफिसर ने फिरोज़ नाडियाडवाला पर 2009-10 के फाइनेशियल ईयर में 8.56 लाख रुपए का टीडीएस नहीं भरने मामले में कंप्लेंट दर्ज करवाया था। इस मामले पर कार्रवाई करते हुए एडिशनल चीफ मेट्रोप़लिटन मजिस्ट्रेट आर.एस. सकरले ने फिरोज़ को इनकम टैक्स एक्ट के प्रावधानों के अंतर्गत फिरोज़ को दोषी पाया और तीन महीने सश्रम कारावास की सज़ा सुनाई है। अधिकारी ने आरोप लगाया कि फिल्म निर्माता ने निर्धारित अवधि के भीतर टीडीएस राशि अदा नहीं करने का वास्तविक कारण नहीं बताया।
अब इस विवाद के मीडिया में आने के बाद फिरोज ने इस पर अपना बयान देते हुए कहा, "मैं मानता हूं कि मैंने टैक्स भरने में देरी कर दी लेकिन मैंने सभी इंटरेस्ट और फाइन के साथ अपने टैक्स का भुगतान कर दिया था. मुझे बताया गया कि मेरा बकाया टैक्स अब अदा कर दिया गया है और फिर मुझे ये फैसला सुनाया जाता है. मैं हैरान हूं लेकिन न्यायपालिका पर मुझे भरोसा है."
फिरोज़ ने अपने 30 साल से ज़्यादा लंबे फिल्मी करियर में अब तक कुल 21 फिल्में प्रोड्यूस की हैं। इनमें ‘वतन का रखवाला’ (1987), ‘घर हो तो ऐसा’ (1990), ‘परंपरा’ (1993), ‘कारतूस’ (1999), ‘आवारा पागल दीवाना’ (2002), ‘आन’ (2004), ‘दीवाने हुए पागल’ (2005), ‘फिर हेरा फेरी’ (2006), ‘वेलकम’ (2007), ‘आरक्षण’ (2011) और ‘वेलकम बैक’ (2015) जैसी फिल्में शामिल हैं।
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