अस्पताल से भागे हुए मरीज की लाश कांदिवली स्टेशन पर मिली

मुले बिना किसी को बताये 8 जून को अस्पताल से भाग निकला। जब अस्पताल प्रशासन को यह बात पता चली तो उन्होंने इसकी खबर परिजनों को दी।

अस्पताल से भागे हुए मरीज की लाश कांदिवली स्टेशन पर मिली
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एक बार फिर से BMC अस्पताल कर्मियों की लापरवाही सामने आई है। शताब्दी अस्पताल में भर्ती हुआ एक मरीज कब अस्पताल से भाग निकला, किसी को पता ही नहीं चला। बाद में इस मरीज की डेड बॉडी कांदिवली रेलवे स्टेशन के पास मिली, बताया जाता है कि यह रेलवे दुर्घटना का शिकार हो गया। इस मामले में रेलवे पुलिस ने आकस्मिक दुर्घटना का मामला दर्ज कर है।

सूत्रों के अनुसार मालाड में रहने वाले 80 वर्षीय इस मरीज का नाम विट्ठल मुले था, जिसे बीमारी के बाद शताब्दी हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया था। 

मुले बिना किसी को बताये 8 जून को अस्पताल से भाग निकला। जब अस्पताल प्रशासन को यह बात पता चली तो उन्होंने इसकी खबर परिजनों को दी।

परिजनों द्वारा काफी खोजबीन के बाद भी मुले का कुछ अता पता नहीं चला। इसके बाद उन्हें कांदिवली रेलवे स्टेशन के पास एक दुर्घटना के होने की जानकारी मिली। जब परिवार वाले वहां पहुंचे तो उन्होंने मुले को तुरंत पहचान लिया।

मुले को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस भी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंच गई।

अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मुले ने आत्महत्या की है या वह हादसे का शिकार हुआ। इसके लिए पुलिस उस ट्रेन के मोटरमैन के बयान का इंतजार कर रही है जिससे मुले की मौत हुई।



 घटना के बाद, मुले के पोते ने स्थानीय भाजपा नेता और विधायक विनोद मिश्रा को एक पत्र लिखा जिसमें आरोप लगाया गया कि दुर्घटना अस्पताल की ओर से लापरवाही के कारण हुई थी।  इसे पत्र कोमिश्रा ने ट्वीट भी किया था।  मुले के पोते ने कहा है कि, बुखार और पेट में दर्द के कारण मुले को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।  उनका Covid-19 का टेस्ट भी हुआ था जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। परिवार वालों का यह भी आरोप है कि अस्पताल वालों ने मुले को कोरोना मरीजों के साथ रखा था जिससे मुले डर गए थे, और उन्होंने यह कदम उठा लिया।


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