राज्य के सभी जूनियर कॉलेज के शिक्षकों ने 2 फरवरी को अपनी मांगो को लेकर बंदी की घोषणा की है। पिछले तीन साल से इन कॉलेज के शिक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगो को लेकर अनेक बार आंदोलन किया है लेकिन इनकी मांग पर सरकार की तरफ से जरा भी ध्यान नहीं दिया गया। यह बंदी जूनियर कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में घोषित किया गया है।
जूनियर कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन ने कहा कि हमारी तरफ से पिछले 3 साल से लगातार कई मांगे की जा रहीं हैं लेकिन अभी तक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुयी है। एसोसिएशन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर उनकी मांगे अभी नहीं मानी गयी तो वे 2 फरवरी को होने वाले 12वीं बोर्ड की परीक्षा के दौरान ही हड़ताल पर चले जाएंगे।
क्या हैं मांग?
इसके पहले हमने 14 नवम्बर को आंदोलन किया था, उस समय हमें केवल आश्वासन ही मिला था, लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी कुछ हुआ नहीं। इसीलिए जुनियर कॉलेज एसोसिएशन ने फिर से आंदोलन करने का निर्णय लिया है और इस बार हमारा आंदोलन और भी अधिक उग्र होगा। 2 फरवाई को होने वाले आंदोलन में 700 शिक्षक भाग लेंगे।
– प्रा. अनिल देशमुख, जुनियर कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन