महाराष्ट्र सरकार ने उन छात्रों के लिए अच्छी पहल की है जिनके मां-बाप की मौत होने के बाद आर्थिक कारणों से पढ़ लिख नहीं पाते हैं। अब ऐसे छात्रों के लिए सरकार की तरफ से 2 करोड़ बच्चों का बीमा करने की घोषणा शिक्षा मंत्री की तरफ से की गयी है। यह बीमा बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों के लिए भी सहायक का काम करेगा।
छात्रों के लिए बीमा योजना
कई बार ऐसा होता है कि मां या बाप की मौत के कारण आर्थिक तंगी के चलते बच्चों की शिक्षा अवरुद्ध हो जाती है उनकी पढ़ाई लिखाई बंद हो जाती है। ऐसी परिस्थितयों में छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो इसीलिए सरकार की तरफ से बीमा योजना शुरू की जाएगी। इन बीमा योजना के माध्यम से छात्रों को ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई मुफ्त होगी।
सरकार बीमा कंपनियों के संपर्क में
शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत हर साल कम से कम 2 करोड़ बच्चों का बीमा सरकार की तरफ से किया जायेगा। एक बार बच्चों का बीमा होने के बाद अगर उसके मां या बाप की मौत हो जाती है तो बच्चे के ग्रेजुएशन तक की पढाई का सारा खर्च उसी बीमा के माध्यम बीमा कंपनी वहन करेगी। सरकार इस बारे में कई बीमा कंपनियों से सम्पर्क में है, जल्द ही इस बारे में आधिकारिक घोषणा की जाएगी।