बारिश के कारण मराठवाड़ा(Maratha wada) और उत्तरी महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ आ गई है। ट्रैफिक जाम के कारण एमएचटी-सीईटी(MHT CET) परीक्षा के लिए छात्र नहीं पहुंच सके। एमएचटी सीईटी छात्रों (MAHARASTRA GOVERMENT) ) को लेकर राज्य सरकार ने एक अहम फैसला लिया है।
फिर से होगी परीक्षा
उच्च और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री उदय सामंत ने कहा कि राज्य में मूसलाधार बारिश से पैदा हुई स्थिति को देखते हुए, जो छात्र एमएचसीईटी और सीईटी परीक्षा में अन्य पाठ्यक्रमों के लिए उपस्थित नहीं हो सके, उन्हें फिर से लिया जाएगा। कोई भी छात्र परीक्षा से वंचित नहीं रहेगा और संबंधित छात्रों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
राज्य के कई जिलों में लगातार दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। बाढ़ की स्थिति के कारण और कई छात्र सीईटी प्रवेश परीक्षा के लिए केंद्र नहीं पहुंच सके। इससे छात्रों को कोई अकादमिक नुकसान नहीं होना चाहिए, इसलिए इन छात्रों को सीईटी परीक्षा देने का एक और मौका दिया जाएगा। इस संबंध में नई तारीखों की घोषणा की जाएगी।
पिछले दो दिनों से मराठवाड़ा समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। औरंगाबाद में भारी बारिश के कारण जाटवाड़ा रोड पर बना बांध टूट गया। इसलिए सड़क पर पानी भर गया। नतीजतन, जटवाड़ा में एवरेस्ट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के सभी छात्र एमएचटीसीईटी 2021 तक नहीं पहुंच सके।
बारिश के कारण नांदेड़ में कुछ छात्र एमएचटी-सीईटी परीक्षा नहीं दे सके। एमएचटी-सीईटी परीक्षा केंद्र लातूर रोड के होराइजन स्कूल में था। दो सत्रों में करीब ढाई सौ छात्रों को सीईटी की परीक्षा देनी थी।
यह बी फार्मेसी और डी फार्मेसी के लिए एक पूर्व परीक्षा थी। हालांकि कल बारिश के कारण सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक परीक्षा नहीं हो सकी।परीक्षा केंद्र की ओर जाने वाली सड़क पर पानी अधिक होने के कारण छात्र परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच सके।
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