कुछ दिनों पहले मुंबई विश्वविद्यालय ने अपने अंतर्गत आनेवाले सभी कॉलेजो के नाम को मराठी में लिखने का आदेश दिया था। जिसके बाद अब बीएमसी की ओर से भी ऐसा ही आदेश जारी किया गया है। बीएमसी ने मुंबई के सभी स्कूलो को एक आदेश जारी कर कहा है की स्कूलो के नाम अब मराठी में होने चाहिए। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के शिक्षा अधिकारी ने एक परिपत्र जारी कर शहर के स्कूलों को मंगलवार 5 अप्रैल को मराठी में अपना नाम प्रदर्शित करने के लिए कहा।
बीएमसी के शिक्षा विभाग द्वारा सर्कुलर में कहा गया है कि सभी स्कूलों (सहायता प्राप्त, गैर-सहायता प्राप्त, राज्य, गैर-राज्य बोर्ड) को अपने नाम मराठी में बड़े अक्षरों में बोर्ड पर प्रदर्शित करना चाहिए। उन्हें देवनागरी लिपि में अपना नाम लिखने के अलावा अपने कामकाज में मराठी के प्रयोग को प्रोत्साहित करने के लिए भी कहा गया है। शिवसेना की युथ विंग युवा सेना लतागात इसको लेकर मांग करती आ रही है। युवा विंग ने हाल ही में मराठी को एक विशिष्ट दर्जा प्रदान करने के लिए एक अभियान शुरू किया था।
मंगलवार को एक जीआर जारी किया, जिसमें कहा गया था कि पर्याप्त आकार की नेमप्लेट मराठी में होनी चाहिए। इससे पहले, महाराष्ट्र सरकार ने भी राज्य में दुकानों और प्रतिष्ठानों के लिए मराठी में अपनी नेमप्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया था।
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