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7 नवंबर को राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए - राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद

मंडणगड मे डॉ. आंबेडकर के मूल गांव आंबडवे में राष्ट्रपती कोविंद ने अपनी पत्नी के साथ आदरांजली अर्पण की

7 नवंबर को राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए - राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद
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राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सुझाव दिया कि 7 नवंबर को भारतीय संविधान के मूर्तिकार डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की याद में राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। मंडणगड मे डॉ. आंबेडकर के मूल गांव  आंबडवे में  राष्ट्रपती कोविंद ने अपनी पत्नी के साथ आदरांजली अर्पण की। जिसके बाद उन्होने एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया।  

इस मौके पर  राष्ट्रपति, उनकी पत्नी सविता कोविंद, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ,सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति भूषण गवई, रत्नागिरी के पालक मंत्री  अनिल परब, राज्य मंत्री संजय बंसोडे, जिला परिषद अध्यक्ष विक्रांत जाधव, सांसद सुनील तटकरे, राष्ट्रीय घुमंतू जनजाति आयोग के अध्यक्ष भीकू उर्फ दादा इदाते मौजूद थे।

7 नवंबर को बाबासाहेब ने स्कूल में प्रवेश किया 

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि "6 दिसंबर को डॉ. अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है। 26 नवंबर 2015 को राष्ट्रीय स्तर पर संविधान दिवस मनाया गया है। 14 अप्रैल को हर जगह बाबासाहेब का जन्मदिन मनाया जाता है। इसी क्रम में महाराष्ट्र सरकार ने 07 नवंबर को छात्र दिवस के रूप में मनाने की पहल शुरू की है। क्योंकि इसी दिन 1900 में बाबासाहेब ने स्कूल में प्रवेश किया और अपनी शिक्षा शुरू की"

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होने कहा की "केंद्र सरकार ने बाबासाहेब अंबेडकर के जीवन और कार्य से जुड़े पांच स्थानों को पंचतीर्थ नाम देकर इन सभी स्थानों पर आंदराजलि चढ़ाने की सराहनीय व्यवस्था शुरू की है। जो लोग बाबासाहेब को अपना आदर्श मानते हैं, वे उनके जन्मस्थान, नागपुर में दीक्षा भूमि, दिल्ली में परिनिर्वाण, मुंबई में चैत्यभूमि और लंदन में अम्बेडकर मेमोरियल होम में उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं"

इस अवसर पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि "डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने जीवन भर कड़ी मेहनत की, आज की पीढ़ी में भी इस प्रवृत्ति को विकसित करने के लिए राष्ट्रपति कोविंद ने हाल ही में इस स्थान पर एक पुस्तकालय के निर्माण का सुझाव दिया है, मैं इस पहल में भाग लेना चाहता हूं"

राज्यपाल ने इस कार्य के लिए अपने कोष से 30 लाख रुपये देने की घोषणा की।

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