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जयदीप अहलावत ने किया 'चीर हरण' का ट्रेलर लॉन्च

जयदीप अहलावत ने ट्रेलर लॉन्च करते हुए कहा कि, भविष्य में होने वाली घटनाओं और हिंसा से बचने के लिए हमें एक बार फिर 2016 में हुए हरियाणा के दंगों को देखना चाहिए और उन घटनाओं से कुछ सबक सिखाना चाहिए।

जयदीप अहलावत ने किया 'चीर हरण' का ट्रेलर लॉन्च
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पैनोरामा स्पॉटलाइट और ट्विस्टर एंटरटेनमेंट मिलकर ला रहे हैं डॉक्यूमेंट्री फिल्म चीर हरण जिसका ट्रेलर लॉन्च  जयदीप अहलावत द्वारा किया गया । जाट आरक्षण आंदोलन और हरियाणा दंगों की एक साहसी झलक दिखाते हुए, चीर हरण का ट्रेलर रिलीज़ किया गया। कुलदीप रुहिल द्वारा फिल्माई गई यह कड़ी डॉक्यूमेंट्री फिल्म  2016 में हुई जघन्य हिंसा को दर्शाती है।


हरियाणा में एक बड़ा संघर्ष तब हुआ जब एक आंदोलन  को बेवजह भड़काया गया। यह डॉक्यूमेंट्री पीड़ित के निष्कपट विवरण, शांतिसंधि करवाने वालों की गहरी सूक्ष्मदृषटि साथ ही साथ  दोनों पक्षों के दोषियों का परिपेक्ष्य,  और उसके परिणाम के बड़े पैमानें पर फैलाई गई गलत सूचना को सम्बोधित करती है।

पैनोरामा स्टूडियोज़ के निर्देशक और निर्माता अभिषेक पाठक कहते हैं, "हमें बेहद ख़ुशी है कि हमने दर्शकों के समक्ष चीर हरण का ट्रेलर प्रस्तुत किया है । यह डॉक्यूमेंट्री मानवीय  संघर्षों से सीखे गए पाठों को याद करने की दिशा में एक प्रयास है। मुझे उम्मीद है कि हम उन तथ्यों और करुणा पर प्रकाश डालने में सक्षम रहे हैं जो उस समय की आवश्यकता थी। ”

जयदीप अहलावत ने ट्रेलर लॉन्च करते हुए कहा कि, “भविष्य में होने वाली घटनाओं और हिंसा से बचने के लिए हमें एक बार फिर 2016 में हुए हरियाणा के दंगों को देखना चाहिए और उन घटनाओं से कुछ सबक सिखाना चाहिए। चीर हरण का ट्रेलर लॉन्च कर मै सम्मानित महसूस कर रहा  हूं। यह एक सबक  

है कि सामंजस्य का अभाव किसी भी राज्य और राष्ट्र के लिए क्या कर सकता है। मैं निर्देशक, कुलदीप रुहिल और उनकी टीम को इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म की थियेट्रिकल रिलीज़ के  लिए शुभकामनाएं देता हूं। यह सराहनीय है कि उन्होंने इस फिल्म के जरिए सच्ची घटना को सामने लाने की कोशिश की  है। मुझे उम्मीद है कि हम सभी अपने क्षुद्र मतभेदों से ऊपर उठकर शांति को पाएं।"

निर्देशक कुलदीप रुहिल कहते हैं, "वर्तमान परिदृश्य में,  जाट आरक्षण आंदोलन के  संघर्षों को देखना बहुत महत्वपूर्ण है। हम अतीत की जटिलताओं को दोहरा रहे हैं क्योंकि हम यह भूल गए हैं  कि यह  क्यों और कैसे हुआ। परिणाम स्वरूप यह डॉक्यूमेंट्री  जाट आरक्षण आंदोलन और उन मै हुए  दंगों को फिर से दर्शाने की कोशिश करती है। हम आशा करते हैं कि हमारा प्रयास दर्शकों को सत्य की तलाश करने और उससे सीखने के लिए प्रेरित करने में योगदान करेगा। "

पैनोरामा स्पॉटलाइट द्वारा प्रस्तुत और ट्विस्टर एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित, फिल्म 29 जनवरी को उत्तर भारत के सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। पैनोरामा स्टूडियोज़ डिस्ट्रिब्शन रिलीज़ है।

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