निसर्ग चक्रवात (Nisarga cyclone) के चलते इस समय मुंबई (mumbai) में तेज हवा (wind stroke) के साथ बारिश भी हो रही है। समुद्र में लगातार ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। मुंबई के कई इलाको में भी तेज हवाओं के कारण कई जगह पेड़ गिर गए हैं, तो कुछ जगह टीन शेड हवा में उड़ते हुए दिखे। गनीमत रही कि अभी तक कहीं से भी कुछ अनहोनी की कोई खबर नहीं है।
मौसम विभाग ने 3 और 4 जून को महराष्ट्र और गुजरात मे निसर्ग तूफान के आने की भविष्यवाणी की थी। इसके चलते मुंबई में भी रेड अलर्ट घोषित किया गया था।
3 जून को करीब 12 बजे के आसपास मुंबई के करीब स्थित अलीबाग इलाके में काफी तेज बारिश हो और तेज हवाएं चलनी शुरू हुई। करीब तीन घंटे तक यहां पर चक्रवात तूफान का लैंडफॉल का असर दिखा। कई जगहों पर पेड़ भी गिरे और टीन के शेड भी उड़ते हुए दिखाई दिए।
मुंबई में भी कई इलाकों में पेड़ों के गिरने की खबर है, कई गाड़ियां भी इन पेड़ों की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गईं। अच्छी बात यह रही कि इन पेड़ों से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
दोपहर तक मुंबई शहर में 12 पेड़, पूर्वी उपनगर में 7 पेड़ तो पश्चिमी उपनगर में भी 18 पेड़ों के गिरने सहित कुल 37 मामले सामने आए हैं। हालांकि इसके बाद भी पेड़ों के गिरने के मामले सामने आए। बताया जाता है कि मंत्रालत से विधानसभा जाने वाले रास्ते मे भी 2 बड़े पेड़ तेज हवा को नहीं सह सके और धराशायी हो गए। बीएमसी कर्मचारी इन पेड़ों को काट कर इन्हें रास्ते से हटाने के कार्य मे जूट हुए हैं।
इसके अलावा मुंबई के कुछ जगहों से तेज हवा के कारण टीन के शेड के भी उड़ने की खबर आई।
आपको बता दें कि निसर्ग चक्रवात को देखते हुए प्रशासन ने कई उपाय किए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर मुंबई में तूफान की वजह से बांद्रा वर्ली सी लिंक को बंद कर दिया गया है। समुद्र के ऊपर बने इस बड़े पुल पर काफी अधिक ट्रैफिक रहता है।
साथ ही कई स्थानों पर NDRF, दमकल विभाग सहित पुलिस की तैनाती की गई है और नेवी को भी सचेत किया गया है।