मौसम की भविष्यवाणी करने वाली संस्था स्काईमेट ने कहा कि मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में 28 जून तक 50 फीसदी से अधिक बारिश हुई है। वहीं दूसरी तरफ विदर्भ में भी लगातार बारिश जारी है, इसका कारण है कि यहां समय पर बारिश आई है। कोंकण और गोवा में सरप्लस 7 प्रतिशत है।
पिछले 24 घंटों में सांताक्रूज़ में 39 मिमी बारिश दर्ज की गई जबकि कोलाबा में 34 मिमी बारिश दर्ज की गई। सांताक्रूज़ ने जून के महीने में 493.1 मिमी के मासिक औसत के मुकाबले 363 मिमी बारिश दर्ज की है। मुंबई शहर अभी भी अपने मासिक वर्षा औसत से 130 मिमी पीछे है। स्काईमेट के अनुसार, बारिश की मात्रा अब और बढ़ने वाली है।
जुलाई हमेशा मुंबई के लिए 840.7 मिमी के मासिक औसत के साथ बारिश का महीना रहा है। जुलाई के पहले सप्ताह में लगातार बारिश की गतिविधियां काफी बढ़ सकती हैं। मुंबई में 3 जुलाई से 5 जुलाई के बीच हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 10 जुलाई तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी।
इस साल मानसून की शुरुआत में देरी हुई है। इससे पानी की कमी हो गई है और अगर इसमें और देरी होती है, तो शहर के कई हिस्सों को पानी की कटौती का सामना करना पड़ सकता है।
पिछले 6 सालों में यह तीसरी बार है जब मुंबई की झीलों में सिर्फ 10 प्रतिशत पानी बचा है। यह आमतौर पर पिछले वर्षों में अपर्याप्त वर्षा या मानसून में देरी का परिणाम है। अब तक, शहर के कई हिस्सों में केवल कुछ ही बारिश हुई है। इसलिए, आगामी दिन मुंबई के लिए महत्वपूर्ण होने वाले हैं।