मुंबई को भले ही लोगों के सपनों का शहर कहा जाता है लेकिन मेट्रो के काम और अन्य विकासशील प्रोजेक्ट के कारण मुंबई में प्रदुषण बढ़ता जा रहा है। साल 2018 में मुंबई, महाराष्ट्र का प्रदुषित शहर रहा तो वही 2018 में मुंबई ,दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों मे से 71 वें स्थान पर रही। ग्रीनपीस और एयरविजुअल द्वारा जारी एक नया डेटा में ये बात सामने आई है। भारत में मुंबई प्रदुषण के मामले में 27वें नंबर पर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजिंग की तुलना में मुंबई में प्रदुषण तुलनात्मक रुप से अधिक है। बिजिंग कुछ साल पहले तक दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर हुआ करता था। इस रिपोर्ट में साल 2018 में राज्य से 8 शहरो में प्रदुषण की तुलना की गई। AirVisual नाम की संस्था ने पहली बार अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ ग्रीनपीस के साथ हाथ मिलाया इस डाटा को रिलीज किया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक डेटाबेस द्वारा मुंबई का 2018 वार्षिक औसत 58.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर (एमपीसीएम) पाया जाता है। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निर्धारित 10 एमपीसीएम की सुरक्षित सीमा से पांच गुना और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा निर्धारित अनुमेय सीमा से लगभग 1.5 गुना अधिक है।
दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 18 भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में हैं। दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 15 भारत से है, जिनमे से 11वें स्थान पर दिल्ली है।