पिछले तीन दिनों से मुंबई में हो रही बारिश से मुंबईकरों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। पानी भरने के कारण सड़कें नदी सरीखा मालुम पड़ रहीं थीं। राज्य सरकार ने भी लोगों से अनिवार्य होने पर ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दी थी।एहतियातन के तौर पर स्कूल, कॉलेज, सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों में छुट्टी की घोषणा कर दी गयी। यही नहीं ट्रेनों और विमानों की आवजाही भी प्रभावित हुई। यही हाल बुधवार को रहा, कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं साथ ही कुछ ट्रेनों के समय में बदलाव भी किया गया है, लेकिन बरसात नहीं होने के कारण मुंबईकरों का जीवन पटरी पर लौटता दिखाई दे रहा है।
ट्रेन और सार्वजनिक परिवहन हुए सुचारू
मूसलाधार बारिश और जलभराव से राहत मिलने के बाद यहां बुधवार को सार्वजनिक परिवहन सेवा भी बहाल हो गई है। बीएमसी के एक अधिकारी के अनुसार, शहर के किसी भी हिस्से में अब जलभराव की स्थिति नहीं है। लोकल ट्रेनें और 'बेस्ट' की बसें भी निर्धारित समय से चल रही हैं। बेस्ट की लगभग 3 हजार बसें सेवारत है। इस बीच, मध्य रेलवे ने भी कहा है कि मुंबई में रविवार के टाइम-टेबल के अनुसार ही लोकल ट्रेंने चलाई जाएंगी।रेलवे ने जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त लोकल ट्रेनें चलाने की बात भी कही है। इस बीच पश्चिम रेलवे ने अपनी सेवा बहाल कर दी है, जिससे लोगों को राहत मिली है।
परेशानी अभी भी...
बुधवार की सुबह जब मुंबईकर अपने घरों से ऑफिस जाने के लिए निकले तो सड़कों पर काफी लंबा जाम लग गया। वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे पर सुबह से ही 4-5 किलोमीटर लंबा जाम देखा गया। साथ ही एसवी रोड और लिंक रोड पर भी कई स्थानों पर ट्राफिक जाम की स्थिति बनी रही। सड़कों पर जहाँ पानी अभी भी जमा है उसे निकालने के लिए मनपा कर्मचारी प्रयासरत हैं।
सूत्रों के अनुसार विमान सेवाएं अभी भी सामान्य नहीं हो पाई हैं। भारी बारिश के बाद एयरपोर्ट के मुख्य रनवे को बंद कर दिया गया था जिसके कारण लगभग 203 फ्लाइट्स को रद्द किया गया था। बताया जा रहा है कि गुरुवार तक यह रनवे खुल सकता है।
स्काईमेट ने बताया कि 3 से 5 जुलाई के बीच मुंबई में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। इस दौरान 200 मिमी या फिर इससे ज्यादा बारिश हो सकती है। मुंबई में बुधवार दोपहर 12.35 बजे 4.69 मीटर के हाई टाइड का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान समुद्र के किनारे ऊंची-ऊंची लहरें उठेंगी। वहीं, शाम को 6.34 बजे 1.58 मीटर के लो टाइड का अनुमान है।