निसर्ग तूफान ( nisarga cyclone in mumbai) ने मुंबई में भले ही कोई अधिक नुकसान न किया हो लेकिन यह तो तय है कि, इस प्राकृतिक आपदा ने तो सरकार के माथे पर पसीना ला ही दिया था। इस तूफान से निपटने के लिए मुंबई की BMC ने उड़ीसा सरकार (orissa government) से टिप्स मांगे थे, जिसके बाद उड़ीसा सरकार ने BMC को इस तरह की प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए कुछ जरूरी उपाय बताए हैं।
समाचार चैनल आज तक से बातचीत करते हुए बीएमसी के नवनियुक्त कमिश्नर आई.एस चहल ने बताया कि, मुंबई में 129 साल से कोई तूफान नहीं आया, इसलिए हमें इसका इतना अनुभव नहीं है। जबकि उड़ीसा में आए-दिन तूफान आते रहते हैं और वो तूफान से निपटने में निपुण हैं, इसलिए हमने उनसे सलाह ली।
बीएमसी कमिश्नर आई.एस चहल ने कहा कि उड़ीसा सरकार ने हमें टिप्स दिए हैं। हम उस पर जरूर अमल करेंगे।
उड़ीसा सरकार की तरफ से जो टिप्स दिए गए हैं वो इस प्रकार हैं-
तो वहीं, एनडीआरएफ के कमांडेंट कुमार राघवेंद्र ने आज तक से बात करते हुए कहा कि खतरा अभी टला नहीं है। तूफान ने रूट जरूर चेंज किया है, लेकिन हमारे रास्ते में है। भारतीय मौसम विभाग काफी सटीक जानकारी उपलब्ध कराता है।
आपको बता दें कि अभी पिछले साल उड़ीसा सहित बंगाल में भयानक तूफान आया था, जिसने बंगाल में तांडव मचाया था, लेकिन उड़ीसा की तैयारी ऐसी थी कि वहाँ किसी भी प्रकार की कोई कैजुअलिटी नहीं हुई थी,अभी कुछ दिन पहले उड़ीसा में आए 'अम्फान' तूफान ने उड़ीसा में कई लोगों की जान ले ली थी।