मुंबई- गुड़ी पाडंवा को हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्योहारो में एक माना जाता है। इस नव संवत भी कहते हैं। गुड़ी पाड़वा के साथ ही इस उगादि आदि नामों से भी मनाया जाता है।
क्यों है गुड़ी पाडंवा महत्वपूर्ण -
धर्म ग्रंथों के अनुसार चारों युगों में सबसे प्रथम सत्ययुग का प्रारम्भ इसी तिथि से हुआ था। इस दिन से सृष्टि का कालचक्र प्रारंभ हुआ था। इसे सृष्टि का पहला दिन भी माना जाता है।
भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था।
चैत्र नवरात्री भी इसी दिन से शुरु होती है
चैत्र नवरात्री का आखिरी दिन रामनवमी के स्वरुप में मनाया जाता है।