मुंबई म्युनिसिपल हॉस्पिटल की 5 और 8 निजी प्रयोगशालाओं में हजारों कोरोना संदिग्धों का परीक्षण किया गया है। इनमें से नौ हजार परीक्षण पिछले 7 दिनों में किए गए हैं। अन्य राज्यों की तुलना में यह अनुपात सबसे अधिक है।
बीएमसी के कस्तूरबा अस्पताल में केवल कोरोना की चिकित्सा परीक्षा और उपचार की सुविधा उपलब्ध थी। हालांकि, रोगियों की संख्या में वृद्धि की संभावना को देखते हुए, बीएमसी की 5 और 8 निजी प्रयोगशालाओं में निरीक्षण सुविधाएं शुरू की गईं। लक्षण होते ही व्यक्ति की कोरोना मेडिकल जांच की जा रही है। पिछले कुछ दिनों में, 14 000 संदिग्धों का चिकित्सीय परीक्षण किया गया है। अन्य राज्यों की तुलना में मुंबई में चिकित्सा परीक्षाओं की संख्या सबसे अधिक है।
बड़ी संख्या में किए गए चिकित्सा परीक्षणों के कारण कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। आईसोलेशन के लिए, बीएमसी ने होटल, धर्मशालाओं, लॉज आदि में कुल 11300 कमरों पर कब्जा कर लिया है। अधिकारियों ने कहा कि इन कमरों का इस्तेमाल संदिग्ध लोगों के लिए आएसोलशन रखने के लिए किया जा रहा है।
अन्य राज्यों की तुलना में मुंबई में चिकित्सा परीक्षाओं की संख्या सबसे अधिक है। केरल (11232), दिल्ली (8464) , कर्नाटक (6580) और तमिलनाडु (5305) लोगों की ही जांच हुई है।