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स्वाइन फ्लू का कारण बदलता हुआ मौसम- स्वास्थ्य मंत्री

सावंत ने कहा कि लोगों को अगर इस बीमारी का जरा भी आशंका होती है तो उन्हें तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।

स्वाइन फ्लू का कारण बदलता हुआ मौसम- स्वास्थ्य मंत्री
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राज्य में बढ़ते हुए स्वाइनफ्लू के कारण जनवरी महीने से लेकर अक्टूबर तक 199 मरीजों की मौत हो चुकी है, और स्वाइन फ्लू के वायरस का फैलने का कारण बढ़ता हुआ वायरस है। यह कहना है राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत का। सावंत ने कहा कि लोगों को अगर इस बीमारी का जरा भी आशंका होती है तो उन्हें तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।

बीमारी के मद्देनजर हुई बैठक 
राज्य भर में स्वाइन फ्लू के करीब 16 हजार मरीज सामने आए हैं जिनका इलाज विभिन्न विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। साथ ही यह महामारी न फैले इसीलिए सरकार ने इसके रोकथाम के लिए एक समिति का भी गठन किया था। इस समिति ने पिछले हफ्ते बैठक कर निर्णय लिया था कि स्वाइन फ्लू के जो मरीजों का इलाज प्राथमिक तौर पर किया जाएगा। अगले दो दिनों में राज्य के सभी निजी अस्पतालों और नगरपालिका अस्पतालों को यह नियमावली भेज दी जाएगी। 

'बीमारी न करें नजरअंदाज'
राज्य के जिन निजी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के कारण मरीजों की मौत हुई है, उसका कारण बताया गया कि इन मरीजों ने बीमारी के शुरूआती दौर में उपचार को नजरअंदाज किया और जब मामला काफी बढ़ गया तो फिर उन्होंने डॉक्टर से सम्पर्क किया। जिसके बाद दवाइयां भी बेअसर रहीं।

'डॉक्टर से तुरंत करें सम्पर्क' 
सावंत ने कहा कि  सही समय पर उपचार नहीं कराने के कारण स्वाइन फ्लू की बीमारी से लोगो की मौत हो रही है। अगर किसी को सर्दी, खांसी, बुखार या फिर 24 घंटे तक गले में दर्द रहता है तो उन्हें तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह पर टमीफ्लू का डोज लेना चाहिए। सावंत ने लोगों से इस बीमारी को नजरअंदाज नहीं करने की भी अपील की।

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