कोरोना महामारी (Coronavirus pandemic) के इस काल में अभी कुछ महीने पहले एक 3 साल के बच्चे की तस्वीर सामने आई थी, जो कोरोना से पीड़ित था, और हाथ मे अपना सामान खुद ही लिए एम्बुलेंस में जाकर बैठ जाता है। इस तस्वीर ने कई लोगों को विचलित कर दिया था। यही नहीं अभी हाल में ही में ऐश्वर्या राय (aishwarya ray) की 6 साल की बेटी आराध्या (aaradhya ray) भी कोरोना (COVID-19) पॉजिटिव हो गई थी।
कोरोना के इस काल में एक और तस्वीर सामने आई थी, जोगेश्वरी के ट्रॉमा केयर सेंटर (Trika care centet) में एक 100 साल के बुजुर्ग ने कोरोना को मात देकर पूरी तरह से ठीक हो गए थे।
ऐसी कई खबरें भी सामने आई जहां कई बच्चे, किशोर और युवा भी कोरोना (Coronavirus) से न केवल संक्रमित हुए बल्कि इनकी मौत भी हुई, जबकि कई बुजुर्गों और कैंसर पीड़ितों ने न केवल कोरोना को मात दी बल्कि आज स्वस्थ होकर खुशी से जीवन यापन कर रहे हैं।
इन सारी बातों का जिक्र करना इसीलिए भी जरूरी हो जाता है कि, कई लोग इस भ्रांति में जी रहे हैं कि कोरोना बच्चों, किशोरों और नोजवानों को नहीं होता, और बुजुर्ग आसानी से कोरोना की चपेट में आ जाते हैं और ठीक नहीं होते।
टाइम्स ऑफ इंडिया में एक रिपोर्ट के अनुसार, COVID-19 से मरने वाले 20-39 आयु वर्ग के युवाओं की संख्या मुंबई (Coronavirus in mumbai) में 381 तक पहुंच गयी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मरने वाले 100 युवा ऐसे हैं जिनकी आयु 20 साल है जबकि 30 में साल के युवाओं के मरने की संख्या 281 तक जा पहुंची है।
रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों ने शहर के इन युवाओं की मौतों का प्रमुख कारण मोटापा, मधुमेह, स्वास्थ्य की जांच में देरी और चिंताजनक बीमारियों जैसे अनेक कारण बताया है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मृत्यु दर के संदर्भ में, 20 से 29 आयु वर्ग में मृत्यु दर 1 प्रतिशत से कम है और 30 से 39 आयु वर्ग में मृत्यु दर 1.3 प्रतिशत है।
BAMS डॉक्टर पारस गुप्ता कहते हैं कि, कोरोना वायरस का उम्र से कुछ लेना देना नहीं है। अगर कोई बच्चा है और उसकी इम्युनिटी कमजोर है तो वह आसानी से कोरोना के चपेट में आ सकता है, जबकि अगर कोई बुजुर्ग है और उसकी इम्युनिटी पावर अच्छी है तो उसे कोरोना होकर भी कुछ नहीं होगा।
वे आगे कहते हैं कि छोटी उम्र में कोरोना के कारण जिन युवाओं की मौत हुई, वे शुगर, डायबिटीज या अन्य किसी बीमारी से पीड़ित होंगे। इसलिए इसका एक ही उपाय है, सावधानी।
इस बीच, मुंबई में COVID-19 के कुल केस बढ़कर 1,20,165 तक पहुंच गई है, जबकि मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 6,645 हो गयी है।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, शहर में लगभग 20,562 सक्रिय मामले हैं और 92,661 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं।
आंकड़ों को देखकर लगता है कि, लोगों के मन मे कोरोना को लेकर अभी भी कई भ्रांतियां हैं। मसलन युवाओं को कोरोना नहीं हो सकता क्योंकि उनमें इम्युनिटी अधिक होती है। लेकिन आंकड़ें बताते हैं कि इस पर फिर से विचार करने की जरूरत है।