मुंबई में कोरोना के नए केस कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं, साथ मरीजों की मृत्यु दर भी बढ़ती जा रही है। मुंबई नगर निगम (BMC) अब इस बढ़ती हुई मृत्यु दर को कम करने के लिए 'सेव लाइव्स स्ट्रेटेजी' अभियान को लागू करने का निर्णय लिया है।
BMC कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने मंगलवार को इस अभियान की शुरुआत की। जिसके लिए मुंबई में एक विशेष प्रोटोकॉल लागू किया गया है।
इस प्रोटोकॉल के अनुसार, मध्यम, कम गंभीर और गंभीर कोरोना मामलों के सभी मरीजों को अस्पताल ले जाना होगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीनियर और जूनियर डॉक्टरों की बैठक दिन में दो बार होगी। डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कार्यकर्ता सभी एक टीम के रूप में काम करेंगे।
अभी तक यह देखा गया है कि जिन मरीजों को मास्क लगाया गया है, ऐसे मरीज बाथरूम जाते समय मास्क हटा देते थे, जो उनकी मौत का कारण बन जाता था। साथ ही कई रोगियों की मौत रात 12 बजे से लेकर तड़के 5 बजे के बीच हुई है, इसलिए अब प्रत्येक 4 बेड के लिए एक बेड पैन और एक कमोड की व्यवस्था की जाएगी ताकि शौचालय के लिए जाते समय मरीज को ऑक्सीजन मास्क को हटाने की आवश्यकता न हो। इसके अलावा प्रोटोकॉल के अनुसार, प्रत्येक दस्तावेज़ पर एक प्रोटोकॉल और एक चेक बॉक्स बनाया जाएगा।
इसके अलावा एंटीवायरल, स्टेरॉयड और प्लाज्मा की आपूर्ति को सुव्यवस्थित किया जाएगा। उनका उपयोग उन रोगियों पर किया जाएगा जिन्हें इसकी आवश्यकता है। प्रत्येक केस की निगरानी के लिए यूनिट के प्रमुख और संस्था प्रमुख द्वारा की जाएगी। और जिन मरीजों की मौत होती है उनका विस्तार से विश्लेषण किया जाएगा।