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कोरोना के डर से बंद पड़े अस्पतालों और नर्सिंग होम पर FIR दर्ज करेगी BMC

बीएमसी कमिश्नर ने वार्ड अधिकारियों को अपने-अपने वार्ड में स्थित नर्सिंग होम और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड आरक्षित रखने का निर्देश दिया है।

कोरोना के डर से बंद पड़े अस्पतालों और नर्सिंग होम पर FIR दर्ज करेगी BMC
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बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) कमिश्नर इकबाल सिंह चहल (iqbal singh chahal) ने उन अस्पताल और नर्सिंग होम पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है जो इस समय बंद पड़े हैं। उन्होंने ऐसे अस्पतालों और नर्सिंग होम के खिलाफ वॉर्ड अधिकारियों को FIR दर्ज करने को कहा है।

पिछले हफ्ते ही BMC ने शहर में COVID-19 मामलों की संख्या में लगतार वृद्धि को देखते हुए सभी क्लीनिकों और निजी अस्पतालों को फिर से खोलने का आदेश दिया था।

मरीजों को इलाज के दौरान एक अस्ताल से दूसरे अस्पताल शिफ्ट किया जाता है, ताकि सामान्य मरीज कोरोना की चपेट में न आ पाए।

बीएमसी कमिश्नर ने वार्ड अधिकारियों को अपने-अपने वार्ड में स्थित नर्सिंग होम और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड आरक्षित रखने का निर्देश दिया है। इस बाबत चहल ने कहा, "100 बिस्तरों में से, कम से कम 10 प्रतिशत गहन देखभाल इकाई (ICU) बेड के लिए आरक्षित होना चाहिए।"

बीएमसी प्रमुख द्वारा कोरोना वायरस मामलों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए आदेश पारित किए गए थे।

वार्ड अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान, कमिश्नर ने वार्ड अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि, सभी निजी अस्पतालों को फिर से खोल दिया जाए।  

चहल ने अधिकारियों को पिछले दो महीनों में बंद किए गए अस्पतालों और नर्सिंग होम की सूची तैयार करने और उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करने का निर्देश दिया।

इस बीच, बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने स्थानीय गैर-सरकारी संगठनों में शहर के झुग्गी-झोंपड़ियों में रहने वाले लोगों की मास स्क्रीनिंग करने को लेकर भी बात कही।

BMC यह सुनिश्चित करना चाहती है कि झोपड़ों में रहने वाले लोगों को मानसून आने के पहले ही कोरोना संदिग्धों की पहचान किया जाए और उन्हें आईसोलेशन किया जाए।

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