राज में कोरोनावायरस से प्रभावित मरीजों की संख्या को बढ़ते हुए दें कि बीएमसी ने शहर में कोरोनावायरस प्रभावित इलाकों की जीआईएस मैपिंग शुरू कर दी है और शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण की निगरानी तथा उसे और फैलने से रोकने के लिए ‘वॉर रूम’ स्थापित किए हैं। बीएमसी आयुक्त प्रवीण परदेसी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि जिन इलाकों में कोरोनावायरस के संक्रमण के मामले ज्यादा हैं उनके मानचित्र महानगरपालिका की वेबसाइट पर पोस्ट किए जाएंगे ताकि लोगों को इसकी जानकारी मिल सके।
30 मार्च तक, मुंबई में नागरिक निकाय ने 146 क्षेत्रों की पहचान की है।
21 एम-वेस्ट वार्ड (चेंबूर, तिलक नगर)
20 ई वार्ड (मझगांव, नागपाड़ा, बाइकुला)
14 एन वार्ड (घाटकोपर, विद्याविहार) म
11 डी वार्ड (ताड़देव गिरगांव, वॉकेश्वर, मालाबार हिल, अल्तामोंट रोड)
11 एच-वेस्ट वार्ड (बांद्रा पश्चिम, खार पश्चिम, सांताक्रूज पश्चिम)
मानचित्रों की मदद से इन इलाकों के निवासी सतर्क रह कर ज्यादा एहतियात बरत सकते हैं और किसी भी काम के लिए उन इलाकों में जा रहे लोग आसानी से बचाव के उपाय कर सकते है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों अश्विनी भिडे और डॉ रामास्वामी एन को प्रतिनियुक्ति पर बीएमसी में भेजा है ताकि देश की आर्थिक राजधानी में घातक बीमारी के प्रसार पर लगाम लगाई जा सके।
बीएमसी ने अपने आपदा नियंत्रण कक्ष में ‘कोरोना वॉर रूम, भी गठित किया है जो हर वक्त काम करेगा। साथ ही योजना, बचाव एवं वैश्विक महामारी के प्रबंधन संबंधी गतिविधियां यहां की जाएंगी।मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के पूर्व प्रबंध निदेशक भिडे वॉर रूम के समन्वयक के तौर पर काम करेंगे जो कोविड-19 बीमारी का डेटा एकत्र कर उसका आकलन करेगा।
बीएमसी संचालित चार मेडिकल कॉलेजों के अंतिम वर्ष के छात्रों और नर्सिंग कॉलेज के दूसरे एवं तीसरे वर्ष के छात्रों को भी कुछ निश्चित जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी और इसके लिए उन्हें उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा