अब कोरोना वैक्सीन (Corona vaccine) प्राप्त करने के लिए किसी निजी या सरकारी कोरोना केंद्र या अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं है। आपको अपने कार्यालय (Office) में कोरोना वैक्सीन मिलेगा । आप जहां भी काम करेंगे वहां टीकाकरण (Vaccination) उपलब्ध होगा।
केंद्र सरकार ने कार्यस्थल में कोरोना टीकाकरण (Corona vaccination) को लागू करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में एक अधिसूचना भी जारी की गई है। कोरोना को निजी और सरकारी कार्यालयों में टीका लगाया जाएगा। यह सेवा 11 अप्रैल, 2021 से उपलब्ध होगी। केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को इसके लिए आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।
नियमानुसार 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है। इसलिए, जो लोग यहां समान मानदंडों को पूरा करते हैं, उन्हें कोरोना वैक्सीन मिलेगा। यह टीका केवल संबंधित कार्यालय के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध होगा।
केंद्र ने स्पष्ट किया है कि कर्मचारियों के रिश्तेदारों सहित कार्यालय के बाहर किसी को भी टीका नहीं लगेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, एक बार में केवल 100 लोगों को ही टीका लगाया जाएगा।
वर्तमान में, कोरोना वैक्सीन 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दी जाती है। लेकिन उससे कम उम्र के लोगों के लिए कोरोना टीकाकरण की मांग है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा था। यह मांग की गई कि कोरोना वैक्सीन 25 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को उपलब्ध कराया जाए। लेकिन केंद्र ने सभी के लिए टीकाकरण शुरू करने से इनकार कर दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि उसे कोरोना के खिलाफ सभी को टीका लगाने की अनुमति नहीं थी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इसका कारण बताया है।
राजेश भूषण ने कहा, "बहुत से लोग हमसे पूछ रहे हैं कि सभी को टीकाकरण क्यों नहीं दिया जा रहा है। इसका कारण यह है कि टीकाकरण अभियान के दो उद्देश्य हैं। एक है मृत्यु को रोकना और दूसरा स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की रक्षा करना है। हाँ, टीकाकरण की आवश्यकता है। उन लोगों के लिए नहीं जिन्हें इसकी जरूरत है।
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