राज्य सरकार (state government) के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत देते हुए घोषणा की है कि, अब राज्य के सरकारी कर्मचारी और उनके परिवार वालों को कोरोना के इलाज का पूरा खर्चा सरकार की तरफ से वहन किया जाएगा। चाहे वह इलाज किसी प्राइवेट अस्पताल (Private hospital) में ही क्यों न हुआ हो। यह आदेश 2 सितंबर, 2020 से लागू होगा,
इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (health minister rajesh tope) ने ट्विटर पर कहा कि, सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवारों को आकस्मिक व गंभीर बीमारियों के लिए निजी अस्पताल में इलाज कराने पर उनके खर्च की भरपाई की जाएगी। राज्य सरकार ने चिकित्सा खर्चों की भरपाई में Covid -19 को भी शामिल करने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
शासकीय कर्मचारी व त्यांचे कुटुंबीय यांनी आकस्मित तसेच गंभीर आजारावर खाजगी रुग्णालयात उपचार घेतल्यास त्यांच्यावर होणाऱ्या खर्चाची प्रतिपूर्ती देण्यात येते.सदर वैद्यकीय खर्च प्रतिपूर्तीमध्ये कोविड-19 या आजाराचा अंतर्भाव करण्याचा महत्त्वपूर्ण निर्णय राज्यशासनाने घेतला आहे.
— Rajesh Tope (@rajeshtope11) December 17, 2020
सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा प्राइवेट अस्पताल में भी आकस्मिक व गंभीर बीमारी के इलाज में खर्च किए गए चिकित्सा खर्च की भरपाई की जाती है।मार्च 2005 में राज्य सरकार द्वारा घोषित सरकारी फैसले में, 27 आपातकालीन और 5 गंभीर बीमारियां इसमें शामिल हैं। बाद में इसमें दिल और फेफड़ों से संबंधित बीमारियां शामिल की गयीं और अब कोरोना बीमारी भी शामिल की गई है।