मेयर किशोरी किशोर पेडणेकर ने मुंबई के बीएमसी अस्पतालों से अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों को नोटिस भेजने की चेतावनी दी है। यही नहीं उन्होंने इस बारे में अधिकारियों को निर्देश भी दे दिए हैं।
मंगलवार शाम को मेयर किशोरी पेडणेकर ने BMC के प्रमुख अस्पतालों के सभी अधीक्षकों के साथ एक समीक्षा बैठक की।
इस अवसर पर, महापौर ने सभी लोगों के साथ मिलकर कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की।
महापौर किशोरी किशोरी पेडणेकर ने प्रमुख अस्पतालों के अधीक्षकों को निर्देश दिया कि वे नगरपालिका अस्पताल में कोरोना की आवश्यक सेवाओं के मद्देनजर कर्मचारियों की लगातार अनुपस्थिति के मामले में स्थायी डॉक्टरों, नर्सों और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को तत्काल नोटिस जारी करें।
महापौर ने संबंधित अस्पतालों के साथ कोई समस्या होने पर प्रमुख अस्पतालों के शवों को तुरंत हटाने और अस्पताल वार सूची जमा करने का निर्देश दिया।
सभी बड़े अस्पतालों से कोरोना बीमारी से मरने वाले रोगियों की डेडबॉडी को तत्काल हटाने के लिए आवश्यक होने पर संबंधित पुलिस स्टेशन से कुछ अड़चन आने पर अस्पतालवार सूची जमा करने का निर्देश महापौर ने दिया।
इसी तरह कि सभी विभागों में एंबुलेंस की व्यवस्था किस तरह से की गई है इसकी भी जानकारी महापौर ने ली। साथ ही मरीजों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ न हो इस बात का भी ध्यान रखने का आदेश महापौर ने दिया।
महापौर ने सभी संबंधितों को मरीजों की किसी भी प्रकार की देखभाल नहीं करने का निर्देश दिया। महापौर ने नगर निगम को भविष्य में एंबुलेंस खरीदने के निर्देश दिए। और आने वाले समय मे एम्बुलेंस खरीदी करने का भी आदेश महापौर ने दिया।
इसी तरह से दवा का पर्याप्त स्टॉक है या नहीं महापौर ने सभी संबंधित अधिकारियों से इसका भी विवरण प्राप्त किया।
मेयर ने कहा कि अगर वेंटिलेटर की कमी है, तो मांग को तुरंत पंजीकृत किया जाना चाहिए।
उसके बाद, स्वास्थ्य समिति की अध्यक्ष अमेया घोले ने मृतक के मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने में कठिनाई का मुद्दा उठाया। इस संबंध में अस्पतालों के डीन ने कहा कि, मृतक की बीमारी से संबंधित दस्तावेजों की जांच के बाद नगर निगम के अस्पताल द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
इस बैठक में उपायुक्त (स्वास्थ्य सेवाएं) रमेश पवार, सायन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. रमेश भारमल, केएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. हेमंत देशमुख, नायर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. जोशी, कूपर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पिनाकिन गुजर, कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मजा केसकर, चिकित्सा अधीक्षक जाधव के साथ-साथ संबंधित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।