Advertisement

मई के बाद से कोरोना से संक्रमित होने वालों में अधिकांश बच्चे

हालांकि राहत वाली बात यह है कि बच्चों में जो भी लक्षण हैं वे स्पर्शोन्मुख यानी हल्के लक्षण वाले हैं।

मई के बाद से कोरोना से संक्रमित होने वालों में अधिकांश बच्चे
Symbolic photo
SHARES

मुंबई में एक बार फिर से कोरोना (covid19) केस में वृद्धि होने लगी है। लेकिन चिंताजनक बात यह है कि इस बार इसकी चपेट में बच्चे आ रहे हैं। शहर में 21 से लेकर 28 अगस्त के बीच 19 वर्ष से कम आयु के 274 बच्चेे संक्रमित हुए हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि इनमें से 65 बच्चे तो 9 वर्ष से कम उम्र के हैं। जो कि शहर में दर्ज कुल मामलों का लगभग 10.78 प्रतिशत है।

इसके अतिरिक्त अभी दो दिन पहले ही मानखुर्द बाल गृह से 18 और भायखला अनाथालय से 15 बच्चे कोरोना वायरस (corona virus) से ग्रसित पाए गए। ऐसा तब है जब अभी देश में बच्चों के लिए कोई कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) उपलब्ध नहीं है।

इस साल मई के बाद से वयस्कों में संक्रमण का मामला कम ही सामने आ रहा है जबकि बच्चों में अधिक मामले सामने आ रहे हैं।

हालांकि राहत वाली बात यह है कि बच्चों में जो भी लक्षण हैं वे स्पर्शोन्मुख यानी हल्के लक्षण वाले हैं।

मार्च से अब तक COVID-19 के परिणामस्वरूप कुल 13 बच्चों की मृत्यु हो चुकी है, जो कुल मौतों के 1 प्रतिशत से भी कम है।

बीएमसी (bmc) के अतिरिक्त नगर आयुक्त, सुरेश काकानी ने कहा कि, “जून में किए गए तीसरे सीरो-सर्वेक्षण से पता चला है कि 51 प्रतिशत से अधिक बच्चों में कोविड एंटीबॉडी बन चुकी है, इसका मतलब है कि दूसरी लहर के दौरान बच्चों का एक महत्वपूर्ण अनुपात वायरस के संपर्क में था। एक अन्य कारण यह है कि अनलॉक के बाद से बच्चे फिर से बाहर घुुमनेे केे लिए जा रहे हैं और वेे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन भी नहीं कर रहे हैं।"

Read this story in English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें