मुंबई नगर निगम ने स्वास्थ्य सेवा में काम करने वाले 1 लाख कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराने का फैसला किया है। मुंबई नगर निगम के कर्मचारी कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर ये कर्मचारी दो शिफ्टों में काम करते नजर आते हैं।
इन कर्मचारियों को हर दिन मैदान पर काम करना पड़ता है। इसलिए, वे कोरोनरी संक्रमण से ग्रस्त हैं। मन में डर के साथ उन्हें रोजाना काम करना पड़ता है। कर्मचारियों के मन में इस डर को खत्म करने के लिए नगर पालिका कोरोना का परीक्षण करने जा रही है। परीक्षण 16 या 17 अप्रैल से शुरू होने वाला है। लगभग 1 लाख स्वास्थ्य कर्मियों का परीक्षण किया जाएगा। ये परीक्षण
रैपिड टेस्ट विधि होने जा रही है। इस परीक्षण में रक्त परीक्षण किया जाता है। इस परीक्षण के परिणाम भी जल्द ही आ जाते हैं। परीक्षण केवल आधे घंटे में परिणाम देता है। यह एक ही दिन में कई लोगों का परीक्षण करना संभव बनाता है। मुंबई के नगर आयुक्त सुरेश काक ने कहा कि परीक्षण इतने बड़े तरीके से किए जाएंगे कि भारत में किट प्राप्त करना आसान हो। इसलिए हम जल्द से जल्द यह परीक्षण करने की योजना बना रहे हैं।