Advertisement

मुंबई: स्लम इलाके हुए कंटेन्मेंट जोन से मुक्त

मुंबई में 60 फीसदी लोग झुग्गियों और झुग्गियों में रहते हैं। मुंबई में पिछले 10 दिनों से एक भी स्लम क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन नहीं घोषित किया गया है।

मुंबई: स्लम इलाके हुए कंटेन्मेंट जोन से मुक्त
SHARES

मुंबई (Mumbai) में कोरोना (covid19) की दूसरी लहर पर लगभग काबू पा लिया गया है। स्लम (corona free slum area) और झुग्गियों वाले अधिकांश इलाको में कोरोना का प्रसार कम है या फिर वे कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए हैं। मुंबई में भी अब किसी भी झुग्गी बस्ती में कोई कंटेन्मेंट जोन (contentment zone) नहीं है। एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में कोरोना का एक भी मरीज अब सामने नहीं आ रहा है।

मुंबई में 60 फीसदी लोग झुग्गियों और झुग्गियों में रहते हैं। मुंबई में पिछले 10 दिनों से एक भी स्लम क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन नहीं घोषित किया गया है।

कभी कोरोना का हॉटस्पॉट रहा धारावी (dharavi) भी कोरोना मुक्त हो गया है। यह काफी घनी आबादी वाला क्षेत्र है यहां कोरोना का प्रसार काफी अधिक था।

धारावी के अलावा वर्ली, कोलीवाड़ा और अन्य झुग्गियों वाले इलाके भी कोरोना के हॉटस्पॉट बन गए थे। हालांकि, BMC और स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए कड़े उपायों के कारण झुग्गी-झोपड़ी और कंटेन्मेंट जोन से मुक्त हो गए हैं।

मुंबई में 13 अगस्त को जारी आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में दो बस्तियों को कंटेन्मेंट क्षेत्र घोषित किया गया था। उसके बाद से यानी 14 अगस्त से किसी भी झुग्गी-झोपड़ी या चॉल को कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया गया है। लगातार सात दिनों से किसी भी झुग्गी बस्ती को कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया गया है। मुंबई से अब तक 2,794 कंटेनमेंट जोन कोरोना मुक्त हो चुके हैं। हालांकि इस बीच, 24 इमारतें और 1087 मंजिलें अभी भी सील हैं।

Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें