यूपी के रहने वाले 31 वर्षीय संतलाल अपने बढ़े हुए सिर से काफी परेशान था. अक्सर उसक सिर बहुत दर्द देता था. वह पेन किलर खा कर गुजारा कर रहा था. इसी सिर दर्द के कारण सतलाल की आंखें भी प्रभावित हो रही थी। जब दर्द असहनीय हो गया तो उन्होंने मुंबई के नायर अस्पताल में चेकप कराया। लेकिन संतलाल को क्या मालूम था कि आगे उनके साथ क्या होने वाला है?
संतलाल के सिर से निकला सबसे बड़ा ट्यूमर
संतलाल का जब सीटीस्कैन और मस्तिष्क का एमआर किया गया तो डॉक्टरों भी चौंक गए। जांच में डॉक्टरों को यह तो पता चला कि संतलाल के सिर में ट्यूमर की गाँठ है लेकिन डॉक्टरों को इसके आकार का जरा भी पता नहीं था। डॉक्टरों ने जब ऑपरेशन करके ट्यूमर बाहर निकाला तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गयी। ट्यूमर का आकर 30x30x20 से.मी थी, यानी ट्यूमर की लंबाई चौड़ाई 30 से.मी थी जबकि उसकी ऊंचाई 20 से.मी थी। डॉक्टरो ने बताया कि इसी ट्यूमर के कारण संतलाल की आँखों की रौशनी भी जा रही थी।
सात घंटे तक चला ऑपरेशन
पेरीऑपरेटिव मॉनिटरिंग के द्वारा किए गए इस ऑपरेशन को न्युरोसर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. त्रिमूर्ति नाडकर्णी के नेतृत्व में सफलता पूर्वक इस ट्यूमर को बाहर निकाला गया। यह ऑपरेशन सात घंटे तक चली। साथ ही इस ऑपरेशन में काफी खून बाह जाने के कारण संतलाल को 11 यूनिट खून चढ़ाया गया। डॉक्टरों ने आगे बताया कि इस यूमर का वजन 1.873 किलो है और यह दुनिया का सबसे बड़ा ट्यूमर है। इसके पहले जो सबसे बड़ा ट्यूमर था उसका वजन 1.4 किलो था।
मरीज की जा सकती थी जान
यह ऑपरेशन काफी कठिन था। मस्तिष्क से सट कर यह ट्यूमर था। जरा से असावधानी मरीज की जान भी जा सकती थी। इसके लिए काफी अनुभवी डॉक्टरों की आवश्यकता थी। हमने यह ऑपरेशन मुफ्त में किया, लेकिन हमें ख़ुशी है कि हमने मरीज की जान बचाई और उसे ठीक कर दिया।
डॉ. त्रिमुर्ती डी. नाडकर्णी, न्यूरोसर्जरी प्रमुख, नायर रुग्णालय