कोरोना वायरस का डर दिखा कर मरीजों से मोटी रकम वसूलने वाले दो प्राइवेट अस्पतालों पर ठाणे म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने 16 लाख रुपये का जुर्माना ठोका है। इन दोनों अस्पतालों के नाम ठाणे हेल्थ केयर और सफायर हॉस्पिटल है।
इसके पहले इन दोनों अस्पतालों ने ऐसे भी मरीजों को कोरोना लक्षण बता कर उन्हें एडमिट किया था जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं थे। इस बाबत इन दोनों अस्पतालों को नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन दोनों अस्पतालों ने कोई भी जवाब नहीं दिया।
इसलिए, रविवार को, ठाणे नगर निगम की ओर से उसे 16 लाख रुपये के जुर्माने के लिए नोटिस भेजा गया था।
इनमें से एक अस्पताल पर 3 लाख रुपये और दूसरे पर 13 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
नगर निगम प्रशासन ने दोनों अस्पतालों को जुर्माने का तत्काल भुगतान करने का आदेश दिया है।
इतनी बड़ी रकम वसूलने के लिए राज्य में ठाणे नगर निगम की यह पहली कार्रवाई मानी जा रही है।
पिछले कई दिनों से इन अस्पतालों के खिलाफ शिकायतें आ रही थीं। ठाणे नगर निगम ने जांच के बाद ही यह कार्रवाई की है।
किसी भी बीमारी के अभाव में, ठाणे हेल्थ केयर और सफायर अस्पतालों ने कई रोगियों को भर्ती किया था और उनसे लाखों रुपये वसूले थे।
ठाणे नगर निगम ने इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद यह कार्रवाई की है। इस बीच, ठाणे नगर निगम ने थायरोकेयर नामक एक निजी लैब के खिलाफ भी कार्रवाई की है, जिसने पहले कोरोना का परीक्षण किया था।
मरीजों को अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाद उनका इलाज भी किया जाता था,, जिसकी उन्हें कोई जरूरत नहीं होती थी साथ ही मरीजों को हफ्तों तक अस्पताल में रखा जाता था।
एक अस्पताल ने बिना कारण के तीन रोगियों को भर्ती किया और उन्हें सात दिनों से अधिक समय तक अस्पताल में रखा।
एक अन्य अस्पताल ने 13 मरीजों को बिना कारण भर्ती किया और उन्हें सात दिनों से अधिक समय तक अस्पताल में रखा।