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तंबाकू सेवन करनेवाले रिक्शा चालको में 45 प्रतिशत लोगों में तंबाकू से जुड़ी बीमारियां

इस सर्वे में पता चला है की 85 प्रतिशत चालक तंबाकू का सेवन करते है और 45 प्रतिशत लोग तंबाकू से जुड़ी बीमारियों के लपेट मे है।

तंबाकू सेवन करनेवाले रिक्शा चालको में 45 प्रतिशत लोगों में तंबाकू से जुड़ी बीमारियां
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कैंसर पेशेंट्स एड एसोसिएशन (सीपीएए) स्क्रीनिंग कैंप और सर्वेक्षण में ऑटो चालकों के बीच तंबाकू की आदतों से जुड़े चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस सर्वे में पता चला है की   85 प्रतिशत चालक तंबाकू का सेवन करते है और 45 प्रतिशत लोग तंबाकू से जुड़ी बीमारियों के लपेट मे है।   सीपीएए की कार्यकारी निदेशक अनीता पीटर का कहना है की  तंबाकू उपयोगकर्ताओं में 45 प्रतिशत में प्रीकेन्सरियस घाव और प्लाकिया, सब म्यूकस फाइब्रोसिस, बायोप्सी, एफएनएसी (सलाह) जैसी स्थितियां पाई गईं।

व्यावसायिक तनाव सबसे बड़ा कारण
कुर्ला, सांताक्रूज़, बोरिवली, गोरेगांव और मलाड सहित कई अलग अलग इलाको में इस तरह के सर्वे किये गए। इन सर्वे में  ईएनटी और डेंटल सर्जनों द्वारा चेकअप किया गया।  तंबाकू  सेवन के लिए एक महत्वपूर्ण आकस्मिक कारण व्यावसायिक तनाव है जो भूख को कम करना, नशे की लत, बीमारी और काम की प्रकृति को खराब करता है। तंबाकू की आदतों के साथ पाए जाने वाले लोगों के लिए CPAA तंबाकू निषेध कार्यक्रम और परामर्श जारी रखेगा ताकी वह इस आदत को छोड़ सके। 


मुंबई ऑटोरिक्शा टैक्सीमैन के अध्यक्ष   शशांक राव का कहना है की "ऑटो चालक तनाव, प्रदूषण से ग्रस्त हैं और लंबे समय तक अपने परिवार से दूर रहते है , लिहाजा कई बार वह तंबाकू की आदतों में लग जाते हैहम जानते हैं कि यह खतरनाक है लेकिन कई बार इस सब कारणों की वजह से  तंबाकू छोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है।

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