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आवाज से मरीज का कोरोना जांच करने का काम शुरू

बीएमसी ने गोरेगांव के नेस्को कोविड सेंटर (nesco Vivir center) में वॉयस बायोमार्कर डिवाइस (voice biomarker divice) उपलब्ध कराया गया है। इस डिवाइसके द्वारा संदिग्ध कोरोना मरीज के आवाज का परीक्षण किया जाएगा।

आवाज से मरीज का कोरोना जांच करने का काम शुरू
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कुछ महीने पहले बीएमसी (BMC)ने आवाज के जरिये कोरोना टेस्ट (COVID-19 TEST) की बात कही थी। अब बीएमसी (BMC) ने इस पर काम करना शुरु कर दिया है। इसके लिए बीएमसी ने गोरेगांव के नेस्को कोविड सेंटर (nesco Vivir center)  में वॉयस बायोमार्कर डिवाइस (voice biomarker divice) उपलब्ध कराया गया है। इस डिवाइसके द्वारा संदिग्ध कोरोना मरीज के आवाज का परीक्षण किया जाएगा। और कोरोना (Coronavirus) की रिपोर्ट मरीज की आवाज के टेस्ट के आधर पर तैयार की जाएगी।

इस डिवाइस की शुरुआत मुंबई उपनगर जिले के संरक्षक मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya thackeray), मुंबई शहर जिले के संरक्षक मंत्री असलम शेख (aslam shaikh) और मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर (kishori pednekar) के द्वारा शुरू किया गया। इन सभी ने अपनी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई साथ ही इस पायलट प्रोजेक्ट को नगर निगम के अधिकारियों सहित गणमान्य लोगों ने भी ऑनलाइन उपस्थित थे।

आदित्य ठाकरे (aaditya thackeray) ने कहा, यह अत्याधुनिक तकनीक कोरोना के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत बनाएगी।  साथ ही, शहर में कोरोना संदिग्धों का शीघ्रता से उपचार करना संभव होगा

उन्होंने कहा,  इस तकनीक के आधार पर कोरोना का जल्द उपचार संभव तो होगा ही, साथ ही लेकिन इलाज के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण जारी रहेगा।

उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में विभिन्न अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा।

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