मुंबई की ऐतिहासिक विरासत की गवाह 'छत्रपती शिवाजी महाराज टर्मिनस' इमारत यानी 'सीएसएमटी' को अब मध्य रेलवे 'परिवहन संग्रहालय' में बदलने का विचार कर सकती है। इस बात की घोषणा रेलवे मंत्री पियूष गोयल ने की। पियूष गोयल सोमवार को 'सीएसएमटी' इमारत को देखने पहुंचे थे।
परिवहन संग्रहालय में होगा तब्दील
मध्य रेलवे के मुख्यालय 'सीएसएमटी' इमारत में होने वाले रेलवे के कामकाज को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जायेगा और वहां परिवहन संग्रहालय की स्थापना की जाएगी। इसके लिए रेलवे ने इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) संस्था को एक व्यापक समीक्षा कर इस संदर्भ में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
कई नई और पुरानी वस्तुओं का होगा संग्रह
इस परिवहन संग्रहालय में रेलवे की ऐतिहासिक वस्तुओं और आधुनिक मॉडल्स के वस्तुओं को संग्रहित किया जायेगा साथ ही सभी वस्तुओं के बार में जानकारी देने के लिए ऑडियो विजुअल की भी व्यवस्था की जायेगी।
ऑफिसियल काम काज होगा स्थानांतरित
इस समय यहां,मध्य रेलवे से सम्बंधित सारे कार्य होते हैं। परिवहन संग्रहालय में बदलने के बाद मध्य रेलवे के ऑफिस को सामने के रेलवे इमारत में स्थानांतरित किया जायेगा।
इमारत का इतिहास
आपको बता दें कि इस इमारत का निर्माण कार्य वर्ष 1878 में शुरू किया गया जो 1888 में पूरा हो गया था। विल्सन बेल इस इमारत के इंजिनियर थे। 1987 में इस बिल्डिंग को इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया का नाम देते हुए इसका नाम विक्टोरिअ टर्मिनस रखा गया, जिसे 1996 में बदल कर छत्रपती शिवाजी टर्मिनस कर दिया गया लेकिन इस नाम में 2017 में महाराज शव्द भी जोड़ा गया। 2004 में यूनेस्कों ने इस इमारत को वर्ल्ड हेरिटेज घोषित कर दिया।