म्हाडा के मुंबई बोर्ड ने पांच पुनर्विकास परियोजनाओं को मंजूरी देने के बाद 100 करोड़ रपये की है। म्हाडा के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है की बोर्ड अभी और 40 परियोजनाओं को मंजूरी देनेवाला है, जिससे बोर्ड को और भी कमाई होनेवाली है। ऐसा माना जाता है कि यह कदम बोर्ड के लिए लाभदायक होगा।
म्हाडा ने पुनर्विकास निती में किया बदलाव
इस बीच, सितंबर 2010 से म्हाडा के जर्जर इमारतों के पुर्नविकास का कार्य रोक दिया गया था। म्हाडा ने पुनर्विकास नीति में बदलाव किए और बिल्डरों को हाउसिंग स्टॉक देने शुरु किये। हालांकी म्हाडा के इस कदम के बाद बिल्डरो ने पुनर्विकास का कार्य रोक दिया था। स्थगित पुनर्विकास परियोजनाओं को देखते हुए, म्हाडा ने फिर से अपनी नीति बदल दी और डेवलपर्स को प्रीमियम देने का फैसला किया।
पिछले कुछ महीनों में म्हाडा के मुंबई बोर्ड को 107 परियोजनाएं मिलीं, जिन्हें पुनर्विकास की आवश्यकता है। 107 में से, मुंबई बोर्ड ने प्रीमियम स्वीकार कर 49 परियोजनाओं को मंजूरी दे दी।
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