मुंबई - बॉम्बे डाइंग,श्रीनिवास के साथ दस अन्य मिल की जमीनों पर म्हाडा द्वारा मिल मजदूरों के लिए घरों का निर्माण किया जा रहा है। फिर भी मिल मजदूरों को मुंबई के बाहर फेंका जा रहा है, ऐसा करके सरकार मिल मजदूरों के साथ अन्याय कर रही है। ये आरोप लगाया है मिल मजदूरों ने, जिन्होंने सोमवार को म्हाडा के ऑफिस के बाहर मोर्चा निकाला। जिसमें 2 दिसंबर को निकाली जाने वाली लॉटरी को टालने और कामगारों की अर्जी की छानबीन करके फिर से लॉटरी निकाले की मांग की गई। मजदूरों के शिष्टमंडल ने म्हाडा मुंबई मंडल के मुख्य अधिकारी सुभाष लाखे से मुलाकात कर अपनी मांगों से उनको अवगत करवाया। लाखे ने इसे राज्य सरकार का निर्णय बताते हुए म्हाडा को इससे अलग कर लिया। जिसके बाद मिल मजदूर एकता के प्रचारक बी. के. आंब्रे ने आंदोलन को और तीव्र करने की बात कही है।