मुंबई - राज्य की पालिका, नगरपालिका समेत महावितरण (महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी मर्यादीत) ये मालामाल हो चुके हैं। पुराने नोटों को स्वीकारने का इनका निर्णय रामबाण साबित हुआ है। 10 नवंबर से 13 नवंबर तक इन चार दिनों में महावितरण की तिजोरी में 262 करोड़ रुपए जमा हुए हैं। बिजली बिल की रकम 500, 1000 रुपए के पुराने नोट स्वीकार किए जाने से ग्राहकों द्वारा जोरों में बिल भरे जा रहे हैं। जिसकी वजह से छुट्टी के दिन देर रात महावितरण बिजली बिल भरने के केंद्र खुले रहे। आगे भी पुराने नोट लेने का सिलसिला जारी रहेगा। यह जानकारी महावितरण जनसंपर्क के अधिकारियों ने दी है।
चार दिन के बिजली बिल वसूली का आंकड़ा
विभाग वसूली
कोकण 93 करोड़ 80 लाख
पुणे 74 करेड़ 83 लाख
औरंगाबाद 49 करोड़ 77 लाख
नागपुर 43 करोड़ 7 लाख