मुंबई में पुल के गिरने की घटनाओं को देखते हुए रेलवे ने निर्णय लिया है कि अब पुलों के निर्माण में वह स्टील और काँक्रीट के साथ-साथ हल्के और मजबूत कार्बन का भी उपयोग करेगी। कार्बन के उपयोग करने से पुलों के गिरने की घटनाओं पर कमी आ सकती है। आपको बता दें कि मुंबई में कुछ सालों से कई ब्रिज गिरने की घटना सामने आई है जिसमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है।
मुंबई के धारावी, अँधेरी और मालाड स्थित ब्रिज को बनाने के लिए भी कार्बन का उपयोग किया जा रहा है। यह कार्बन स्टील की अपेक्षा लचीला और काफी मजबूत होता है साथ ही वजन में भी हल्का होता है। कार्बन की इतनी अधिक खूबी को देखते हुए अब ब्रिज बनाने में इसका उपयोग करने का निर्णय लिया गया है।
आपको बता दें कि पिछले साल 3 जुलाई को अंधेरी रेलवे स्टेशन के यहां बना ब्रिज जो ईस्ट को वेस्ट से जोड़ता है उसका एक हिस्सा गिर गया था जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी। यही नहीं पिछले साल ही सीएसएमटी रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित हिमालय ब्रिज भी भरभरा कर गिर गया था जिसमें 30 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी।