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सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की कौन उड़ा रहा धज्जियां.. देखें


सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की कौन उड़ा रहा धज्जियां.. देखें
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मुंबई- बीएमसी को तानसा के पास की झोपड़ियों को तोड़ने और वहां रहने वाले परिवारों के पुनर्वसन का आदेश सर्वोच्च न्यायालय ने दिया था। परंतु इस आदेश का उल्लंघन करते हुए घाटकोपर में तानसा जलवाहिनी के पास झोपड़ियों में रहने वाले कई परिवार का पुनर्वसन माहुर में किया गया, जिसके प्रक्रिया रोक दी गई और बाकी बचे परिवार को कुर्ला कोहीनूर कंपाउंड में शिफ्ट करने का निर्णण लिया गया। जिसपर विरोधी पक्षनेता प्रवीण छेडा ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि इनका पूनर्वसन कब तक किया जाएगा।
महापालिका की स्थायी समिति की बैठक में विरोधी पक्षनेता प्रवीण छेडा ने इस मुद्दे पर महापालिका प्रशासन पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेशा के उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। न्यायालय के आदेशानुसार धारावी,मुलुंड व भांडुप में तानसा के पास की झोपड़ियों हटाया गया। घाटकोपर में ४०० झोपडपट्टी धारकों को माहुल में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन उनके यहां के झोपड़ों को हटाया नहीं गया, जिससे वे माहुल के साथ घोटकोपर के झोपड़े पर भी कब्जा जमाए हुए हैं। ऐसा आरोप प्रवीण छेड़ा ने लगाया है। अब ४०० परिवारों को कुर्ला कोहीनूर कंपाउंड में बसाया जाना है, जबकि नियम है कि नई जगह की चाबी देने के बाद पुराने निर्माण को ध्वस्त कर देना चाहिए। जिसके लिए महापालिका आयुक्त के साथ सहायक आयुक्त व उपायुक्त की भूमिका संदिग्ध है।

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