मुंबई - सद्गुरू कहते हैं आपकी प्रगति और उन्नति के लिए आपके शत्रु और विरोधी अनिवार्य हैं। यदि प्रतियोगिता नहीं होगी तो आप आसमान नहीं छू सकेंगे। इसलिए आप विरोधियों और आलोचकों का सदैव सम्मान करें इससे आप शिखर को छू लेंगे।
दूसरी बात यदि सरकार से या सरकारी व्यक्तियों व अधिकारियों से कष्ट प्राप्त हो रहा हो, या जन्मकुंडली में राहु खराब हो तो सर्वप्रथम मुख से अपशब्दों का त्याग कर दें, किसी को गालियां ना दें और अपने से छोटे व्यक्तियों का अनादर ना करें बल्कि उन्हें सहयोग करें। साथ में यदि संभव हो सके तो भूरें और काले कंबल का दान प्रत्येक शनिवार को करें इसे बहुत लाभ होगा।