रविवार को मिलिंद देवड़ा ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही मिलिंद देवड़ा ने आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मु्बई कांग्रेस को संभालने के लिए तीन सदस्यीय पैनल बनाने की भी बत कही है। हालांकी अब मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे के बाद मुंबई कांग्रेस में गुटबाजी एक बार फिर से दिख रही है। पूर्व मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने तीन सदस्यीय पैनल की बात को लेकर मिलिंद देवड़ा पर निशाना साधा है।
इस्तीफा में त्याग की भावना अंतर्निहित होती है।
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) July 7, 2019
यहां तो दूसरे क्षण ‘नेशनल’ लेवल का पद मांगा जा रहा है।
यह इस्तीफा है या ऊपर चढ़ने की सीढ़ी ?
पार्टी को ऐसे ‘कर्मठ’ लोगों से सावधान रहना चाहिए।
भाई जगताप ने निरुपम पर साथा निशाना
जहां एक ओर संजय निरुपम ने मिलिंद देवड़ा के तीन सदस्यीय पैनल की बात को लेकर उनपर निशाना साधा है तो वही दूसरी ओर कांग्रेस के विधायक भाई जगताप ने संजय निरुपम के ट्विट पर जवाब देते हुए कहा की "कुछ नेता कांग्रेसी होने का दावा करते हैं लेकिन वे जातिवाद और भाषावाद की राजनीति करते हैं। वे अन्य नेताओं का अपमान करते हैं और फिर उनके क्षेत्र से चुनाव भी लड़ते हैं। लेकिन इस सब के बावजूद वह 2.7 लाख वोटों से हार जाते हैं। ऐसे 'कर्मठ' नेताओं से सावधान रहने की जरूरत है"
कुछ नेता कांग्रेसी होने का दावा करते हैं लेकिन वे जातिवाद और भाषावाद की राजनीति करते हैं।
— Bhai Jagtap (@BhaiJagtap1) July 7, 2019
वे अन्य नेताओं का अपमान करते हैं और फिर उनके क्षेत्र से चुनाव भी लड़ते हैं। लेकिन इस सब के बावजूद वह 2.7 लाख वोटों से हार जाते हैं।
ऐसे 'कर्मठ' नेताओं से सावधान रहने की जरूरत है। https://t.co/lAWLyIr3lP
लोकसभा की हार की जिम्मेदारी लेते हुए दिया था इस्तीफा
मिलिंद देवड़ा ने लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मदेरी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिय़ा था। इसके साथ ही उन्होने पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने की मंशा भी जाहीर की थी। हालांकी मुंबई कांग्रेस में एक दूसरे का विरोध अभी भी देखा जा रहा है जिसके कारण पार्टी को अब और नई मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।
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