पूर्व राजस्व मंत्री और बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने अपनी ही पार्टी के नेता और मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की क्लास ले ली। इतना ही नहीं इन्होने शिवसेना के नेता और उद्योगमंत्री सुभाष देसाई को भी नहीं छोड़ा। बुधवार को विधानसभा में उन्होंने उर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आप विदर्भ के नेता हो तो क्या विदर्भ में 24 घंटे बिजली दी जा रही है? जलगांव में भी किसानों की मांग के बाद भी बजली का कनेक्शन नहीं दिया गया। वे यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद हमें आश्वासन के अलावा कार्यों पर भी ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने उद्योगमंत्री सुभाष देसाई से एमआईडीसी जमीन कानून के बारे में पूछा। इस प्रश्न पर जो जवाब देसाई ने दिया उससे खडसे असहमत नजर आये। इसके बाद उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा पूछे गये प्रश्नों का जवाब किसी भी संबंधित मंत्री ने नहीं दिया। संबंधित प्रश्न का उत्तर छोड़कर बाकी सभी जानकारी मंत्रियों ने दी। देसाई के ऊपर खडसे द्वारा किये जा रहे गये प्रश्नों के बौछार को देखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सामने आये। उन्होंने खडसे को आश्वासन दिया कि जमीन कानून सम्बंधित सभी जानकारी लेकर सभागृह में देने की बात कही।
कांग्रेस-एनसीपी के 19 विधायक इस समय निलंबन की कार्रवाई झेल रहे हैं जिसके चलते अन्य विपक्ष के विधायक भी हाउस की बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। ऐसे में सत्ता पक्ष बैठक जारी कर रही है। लेकिन खडसे के आज के व्यवहार को देखते हुए कुछ लोगों ने चुटकी ली कि खडसे विपक्ष की कमी पूरी कर रहे हैं।