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महंगाई से 'जनता त्रस्त सरकार मस्त' - संजय निरूपम

निरुपम ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार को तेल (पेट्रोल-डीजल) को जीएसटी में लाना चाहिए, इससे तेल के दामों में 50 फीसदी तक कमी आएगी।

महंगाई से 'जनता त्रस्त सरकार मस्त' - संजय निरूपम
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कांग्रेस द्वारा महंगाई के विरोध में घोषित किये गए 10 सितंबर को 'भारत बंद' के सफल होने की घोषणा मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने की है। निरुपम ने इस बंद के सौ फीसदी सफल होने का अनुमान लगाया है। निरुपम पत्रकारों से बात कर रहे थे और इनके साथ एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक, बीएमसी में विरोधी पक्ष के नेता रवी राजा, मुंबई कांग्रेस सचिव भूषण पाटील और महिला अध्यक्ष डॉ. डॉ. अजंता यादव सहित अन्य कार्यकर्त्ता भी उपस्थित थे।

'जनता त्रस्त सरकार मस्त'
पत्रकारों से बात करते हुए संजय निरुपम ने बंद पर बोलते हुए कहा है की देश में इस समय सबसे महंगे दामों में पेट्रोल और डीजल मिल रहा है।बढ़ते तेल के दामों और घरेलू गैस के दामों में निरंतर वृद्धि होने से जनता त्रस्त है। निरुपम ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार को तेल (पेट्रोल-डीजल) को जीएसटी में लाना चाहिए, इससे तेल के दामों में 50 फीसदी तक कमी आएगी। सरकार तेल पर एक्साइज ड्यूटी, कृषी कल्याण सेस, सूखा सेस जैसे कई टैक्स 27 से 28 फीसदी तक लगा कर अपनी झोली भर रही है और जनता बेहाल है। इसीलिए लोगों से हमारा निवेदन है कि 10 सितंबर को कोई भी अपने घरों से बाहर नहीं निकलें और 'भारत बंद' आंदोलन को समर्थन दें।

'कई संगठनों का है समर्थन' 
निरुपम ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस के 'भारत बंद' आंदोलन को एनसीपी, जनता दल (शरद यादव), CPI, CPI (M), PWP, शेतकरी कामगार पक्ष, RPI (जोगेंद्र कवाडे पार्टी), राजू शेट्टी की स्वाभिमानी शेतकरी पार्टियों सहित अन्य पार्टियों ने समर्थन देने की घोषणा की है। निरुपम ने बताया कि इस बंद में सभी बैंक यूनियन, इंश्योरेंस यूनियन, पेट्रोल पंप ऐसोसिएशन, आहार संगठन सहित मुंबई के 26 संगठन शामिल होंगे।

आपको बता दें कि कांग्रेस बढ़ते तेल के दामों और घरेलू गैस में होने वाली वृद्धि को लेकर बीजेपी को घेरने की कोशिश में लगी है और कांग्रेस ने विपक्ष की अन्य पार्टियों से भी इसमें शामिल होने का आव्हान किया है।

पढ़ें: महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का 10 सितंबर को भारत बंद का आह्वान

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