राज्य में कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते केस के बीच लॉकडाउन (lockdown) फिर से लगाने की खबरों को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संजय निरुपम (sanjay nirupam) ने नाराजगी प्रकट की है। उन्होने कहा कि, "कोरोना से बचने के लिए होटल व्यवसायी और आम जनता सभी सावधानी बरतने के लिए तैयार हैं। इसके लिए कोई नई परिभाषा नहीं बनाएं।तालाबंदी की कोई जरूरत नहीं है। कोरोना (Covid19) की दूसरी लहर का तमाशा बंद करो। बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं।"
कोरोना के कारण राज्य भर में कड़े नियम लगाए गए हैं, जिसकी वजह से होटल और रेस्तरां (hotel and restorent) मालिकों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरकार के इस निर्णय के खिलाफ गुरुवार दोपहर में ओशिवारा पुलिस स्टेशन के पास तमाम होटल और रेस्तरां व्यवसायियों ने एक आंदोलन का आयोजन किया और प्रतिबंध हटाने की। संजय निरुपम भी इस आंदोलन के समर्थन में यहां पहुंचे थे।
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए, संजय निरुपम ने लगाए गए सख्त प्रतिबंधों पर अपना गुस्सा व्यक्त किया। उन्होंने कहा, मुद्दा केवल यह है, आपको सिर्फ कोरोना के साथ लड़ना है। इससे कोई इनकार नहीं कर रहा है, लेकिन लड़ने के लिए जिंदा होना भी महत्वपूर्ण है। जिस तरह से विभिन्न प्रतिबंधों को लागू करके व्यवसायों को बंद किया जा रहा है, इससे बेरोजगारी, व्यापार का पतन और लोगों की भुखमरी का सामना करना पड़ेगा। पिछले लॉकडाउन में ही लोग इतने बर्बाद हो गए हैं कि वे अभी तक उबर नहीं पाए हैं।
Former MP @sanjaynirupam @INCIndia participates in a silent protest held by Restaurant & Hotel owners at Oshiwara Today. He slams govt for ruining biz of small time traders by imposing unwanted restrictions & threatening about #lockdown @fpjindia pic.twitter.com/XED3n08jpG
— Sweety (@AdimulamSweety) April 1, 2021
निरुपम ने राज्य सरकार को घेरते हुए कहा, अब कोरोना के नाम से जो तमाशा चल रहा है, उसे तत्काल रोका जाना चाहिए। तालाबंदी की जरूरत नहीं है। रेस्तरां मालिक भी सावधानी बरतने के लिए तैयार हैं और मुंबई के साधारण नागरिक भी इसके लिए तैयार हैं। इसलिए, सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चहिए कि होटल-रेस्तरां, कारखानों, व्यवसाय शुरू रहे।
जब पिछली बार लॉकडाउन लगाया गया था, तो मुंबई में प्रवासी श्रमिकों को यहां से भागना पड़ा था। किसी को पैदल, किसी को साइकिल पर, किसी को ट्रक में जाना पड़ा था, अगर फिर से वही स्थिति सामने आती है, तो यह मुंबई की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा नहीं है।
कांग्रेस सरकार का हिस्सा होते हुए भी ऐसी मांग कैसे कर सकती है? इस सवाल पर संजय निरुपम ने कहा, "मैं कांग्रेस से मांग करता हूं कि सरकार को हमारी बात सुननी चाहिए और आम नागरिकों और व्यापारियों की दुर्दशा को जानना चाहिए।" तालाबंदी करने की धमकी के बदले कोरोना के खिलाफ नए प्रोटोकॉल शुुरु किए जाने चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा, कोरोना वायरस रात में तेजी से फैलता है या दिन में, मैं नहीं जानता। रात के 8 बजे से लेकर सुबह 6 बजे के तक होटल-रेस्तरां बंद करना, मतलब होटल व्यवसाय को ही बंद करना है। यदि बार या वाइन शॉप बंद करना चाहते हैं, तो करें, लेकिन होटल और रेस्तरां को बंद करना उनकी आजीविका को बंद करना है, यह एक तरह का अन्याय है,।