वडाला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक कालिदास कोलंबकर के एक बार फिर से बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गई है। कालिदास कोलंबकर ने अपने कार्यालय पर सीएम देंवेंद्र फड़णवीस के साथ एक बैनर लगाया है , हालांकी इस बैनर में एक भी कांग्रेसी नेता नजर नहीं आ रहा है तो वही बीजेपी का कमल का निशान भी इस बैनर से नदारत है। आपको बता दे की कालिदास कोलमकर ने अभी तक आधिकारीक तौर पर ना तो कांग्रेस से इस्तीफा दिया है और ना ही आधिकारिक तौर पर बीजेपी में प्रवेश की घोषणा है की।
बीजेपी और शिवसेना से ऑफर्स
कोलंबकर ने पहले भी इस बात का खुलासा किया था की उन्हे बीजेपी और शिवसेना की ओर से प्रस्ताव मिला हुआ है, बावजूद इसके ना तो वह अभी तक ना तो शिवसेना के पाले में गए और ना ही बीजेपी के। शिवसेना ने यहां काफी तैयारी की है। लेकिन चर्चा है कि कोलंबकर बीजेपी की राह पर हैं। इसलिए, शिवसेना ने कालिदास के खिलाफ पूर्व मेयर श्रद्धा जाधव को तैयार करने का आदेश दिया है।
आपको बता दे की कालिदास कोलंबकर को नारायण राणे का काफी करीबी माना जाता है। 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होने बीजेपी के मिहीर कोटेचा के सामने लड़ते हुए मात्र 800 वोटों से अपनी जीत दर्ज की थी। इस इलाके में कोलंबकर पिछलें 35 सालों से विधायक है, बावजूद इसके उनकी जीत का मार्जिन लगातार कम होता जा रहा है। इसके साथ ही शिवसेना और बीजेपी के गठबंधन ने इस बार उनकी चिंता और बढ़ा दी है।
"जो काम करता है उसका फोटो लगाता हूं"
इस मसले पर मुंबई लाइव से बात करते हुए विधायक कालिदास कोलंबकर ने कहा की " जो भी उनके द्वारा किये गए विकास कार्य और जनता के कार्यो को पूरा करता है वह बैनर में उनका फोटो लगाते है, देवेंद्र फड़णवीस ने उनके विकासकार्यो को पूरा करने में काफी सहयोग दिया है इसलिए उन्होने सीएम के फोटो का इस्तेमाल बैनर में किया"। हालांकी जब उनसे पुछा गया की क्या उन्होने आधिकारिक तौर पर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है या फिर बीजेपी में प्रेवश किया है तो वह इस सवाल से बचते नजर आए।
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