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इस बार 'बाप्पा' का आशीर्वाद लेकर बीजेपी में शामिल होंगे नारायण राणे?


इस बार 'बाप्पा' का आशीर्वाद लेकर बीजेपी में शामिल होंगे नारायण राणे?
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महाराष्ट्र के बड़े नेता नारायण राणे इस महीने की 27 तारीख को भाजपा में शामिल हो सकते हैं, ऐसी जानकारी मुंबई लाइव को सूत्रों द्वारा मिली है। 25 तारीख को गणेश चतुर्थी है तो माना जा रहा है कि 'बाप्पा' का आशीर्वाद लेकर नारायण राणे अपनी नई पारी शुरू करेंगे। हालाँकि अभी इस खबर पर कोई आधिकारिक मुहर नहीं लगी है लेकिन फिर भी राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा दबी जुबान में चल रही है।


फिर मिलेंगे अमित शाह से

मुंबई में 27 अगस्त को एक पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम है, जिसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहुंचने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक़ इसी कार्यक्रम में कांग्रेस के नेता नारायण राणे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि नारायण राणे पिछले दिनों अहमदाबाद में अमित शाह से भी मुलाक़ात कर चुके हैं।

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कई बड़े नेताओं के संपर्क में हैं राणे

यही नहीं चर्चा इस बात की भी जोरों में है की राणे सीएम देवेन्द्र फडणवीस और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के भी संपर्क में लगातार बने हुए हैं। यही नहीं नारायण राणे के भाजपा में आने के सवाल पर बीजेपी नेता और राज्य सरकार के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि अगर राणे भाजपा में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।


बड़े नेताओं से हैं मतभेद 

नारायण राणे कांग्रेस के आला नेताओं से काफी नाराज बताए जाते हैं। साथ ही उनके कई नेताओं से मतभेद भी चल रहे हैं। यह मतभेद उस समय सबके सामने आ गई जब अभी हाल ही में कांग्रेस के प्रदेशाधय्क्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा था कि कुछ लोग बिना कुर्सी के नहीं रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई पार्टी छोड़ना चाहता है, तो ठीक है, उनकी जगह नए नेता लेंगे।

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आलाकमान से हैं नाराज

नारायण राणे को इस बात से नाराजगी है कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री नहीं बनाया और न ही पार्टी संगठन में उन्हें कोई अहम पद दिया गया। अपनी उपेक्षा व नाराजगी के मद्देनजर पिछले दिनों नारायण राणे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मिले थे, ताकि पार्टी में बने रहने का कोई औचित्य सामने आये और इसके लिए उनकी भूमिका तय की जाये। लेकिन, ऐसी कोई बात नहीं बन सकी और सूत्रों का कहना है कि इसके बाद ही उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया है।


नाराण राणे की पहचान

कोंकण इलाके में खासा प्रभाव रखने वाले नारायण राणे महाराष्ट्र के बड़े नेता हैं। राजनीति  में उनकी छवि एक दबंग नेता के रूप में हैं। राणे पहले शिवसेना में थे और 1999 में शिवसेना ने ही उन्हें मुख्यमंत्री भी बनाया था लेकिन  2005 में शिवसेना के साथ उनके मतभेद हो गए जिससे पार्टी से उहे निकाल दिया गया। इसके बाद राणे ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया। कांग्रेस की सरकार में विलास राव देशमुख ने उन्हें राजस्व मंत्री बनाया। नारायण राणे महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र से आते हैं, जहां कांग्रेस का प्रभाव नहीं हुआ करता था। राणे ने वहां पार्टी को आधार एवं विस्तार दिया। बावजूद इसके पार्टी ने उन्हें संगठन या सरकार में कोई बहुत बड़ा ओहदा नहीं दिया। यह उनकी नाराजगी का हमेशा से एक कारण रहा। कोंकण महाराष्ट्र का समुद्रतटीय इलाका है और लंबी पट्टीनुमा है। उनके दो बेटे नीतीश और निलेश भी महाराष्ट्र की राजनीति में सक्रिय हैं।


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