भाजपा के आईटी सेल (BJP IT Cell) ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या (actor sushant singh suicide case) के मामले में कुछ व्यवसायिक एजेंसियों के माध्यम से हजारों फर्जी ट्विटर (twitter) और फेसबुक (Facebook account) अकाउंट बनाकर मुंबई पुलिस (mumbai police) और महाराष्ट्र सरकार की छवि को धूमिल करने की साजिश रची है। यह आतंकवाद का एक नया रूप है और इसके पीछे असली मास्टरमाइंड को खोजने के लिए, सोशल मीडिया (social media) रैकेट को ध्वस्त करने के लिए एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए। ऐसी मांग कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत (sachin sawant) ने की है।
कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार 7 अक्टूबर, को मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (param beer singh) से मुलाकात की और उन्हें इस बाबत एक ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के प्रवक्ता सचिन सावंत, डॉ. राजू वाघमारे, रत्नाकर सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे। साथ ही कथित रूप से इस साजिश में शामिल कंपनियों के नाम और डेटा को भी जांच करने के लिए कांग्रेस ने पुलिस को सौंपा।
इसके बाद मीडिया से बात करते हुए, सचिन सावंत (sachin sawant) ने कहा कि, सुशांत सिंह आत्महत्या (sushant singh suicide) मामले में, भाजपा (BJP) ने व्यवस्थित रूप से सोशल मीडिया (social media) के माध्यम से सत्ताधारियों को बदनाम करने के लिए कुछ व्यवसायिक कंपनियों के साथ हाथ मिलाकर एक ट्रेंड चलाया। यह एक तरह से नया आतंकवाद है। इसके लिए हजारों फर्जी ट्वीटर और फेसबुक अकाउंट रातोंरात खोले गए। और ऐसी तस्वीर पेश की गई कि, ऐसा लगे कि, मुख्यमंत्री अपने बेटे को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, और मुंबई पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।
We met @CPMumbaiPolice with demand to probe the BJP driven Social media terrorism - Conspiracy against our democracy, a methodology designed to defame opp govt's by creating narrative based on artificial public rage. Our team dug into Twitter terrorism & found out following facts pic.twitter.com/UKNIqd1QKf
— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) October 7, 2020
सावंत ने कहा, अगर हम इस ट्वीट की भाषा उसकी शैली, उसके इतिहास, ट्वीट और रीट्वीट को देखें, तो यह स्पष्ट है कि यह महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ एक सोची समझी और सुनियोजित साजिश के तहत शुरू की गई है।
'ट्विटर और फेसबुक (twitter and facebook) के पैटर्न के अनुसार, कोई भी सामान्य उपयोगकर्ता 3 महीने में 40,000 ट्वीट / पोस्ट नहीं कर सकता है। इनमें से अधिकांश ट्विटर हैंडल से प्रति मिनट 25 ट्वीट किये जा रहे हैं। ये सभी ट्वीट आम तौर पर एक ही विषय के बारे में होते हैं।'
सचिन सावंत ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत (एसएसआर) जैसे उनके हैशटैग भी आम हैं।
उन्होंने कहा, "यह सोशल मीडिया पर ट्रेंड सेट करने का एक नया तरीका है। इस जानकारी के आधार पर, गोदी न्यूज़ चैनल भी प्रचार प्रसार कर रहे हैं और भाजपा नेता एक कृत्रिम जनमत संग्रह बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि बहुत गंभीर और चिंताजनक है।
आपको बता दें कि इसके पहले मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने भी एक दिन पहले ही कहा था कि, सुशांत सिंह सुसाइड मामले में सोशल मीडिया में कई फर्जी एकाउंट बना कर मुंबई पुलिस को बदनाम करने की साजिश रची गई है। इस बाबत पुलिस को जांच के भी आदेश दिए गए हैं।